संपुर्ण भारत वर्ष में पिछले कुछ सालों से डीज़ल व पेट्रोल में अनगिनत बार बढ़ोत्तरी होने से संपुर्ण भारत वर्ष में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। बाजारो में सब्जीयों में भी बड़े पैमाने में दाम की बढ़ोत्तरी हुई है। कारण सिर्फ एक है डीज़ल के दाम बढे व ट्रान्सपोटिंग में बढ़ोत्तरी हुई है।
चंद्रपुर जिले में यह अनोखा चलन देखा जा सखता है। वह है की पिछले कही महीनो से चंद्रपुर – पडोली, पडोली – घुग्घुस मार्ग में सतत इन्डेन ऑइल , एच.पी, हिंदुस्तान पेट्रोलियम , जैसे कई पेट्रोल पम्पो में घरेलू वाहन , सूमो , स्कॉर्पियो कार जैसे अन्य डीज़ल वाहनो को डीज़ल मिलना मुश्किल हो रहा है। जिस पेट्रोल पंप में जाये वहा ‘डीज़ल नहीं’ का बोर्ड लगा देखा जा सखता है। चंद्रपुर ,पडोली, घुग्घुस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को ८०% डीज़ल नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करने हुए हमेशा देखा जा सकता है।
विश्वासनीय सुत्रो व प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कही महीने से चंद्रपुर – घुग्घुस मार्ग में पेट्रोल-डीज़ल कि किल्लत हो रही है, क्यों की स्थानीय पेट्रोल पंपो में डीज़ल होने के बावजुद भी घरेलू वाहनो को नही दिये जाने का दृश्य देखा जा सकता है। पडोली परिसर में स्तित एक पेट्रोल पंप में S.T. बसों को बड़े पैमाने में डीज़ल देते देखा जा सकता है।
पेट्रोल पंपो में काम करने वाले कामगारों की बोलचाल असभ्य होने से ग्राहक कई बार परेशान रहते है। इसी तरह की मनमानी व्यापारीकरण से चंद्रपुर – घुग्घुस मार्ग में चलने वाले वाहन चालक व गृहस्त वाहन चालक चंद्रपुर में डिझल भरने के लिए मजबूर रहते है, क्या इस ओर अधिकारियो का ध्यान है ? है तो इस ओर अनदेखी क्यों ? क्या किसी बड़ी घटना का इंतजार है ?