युवा स्वाभिमान महिला आघाडी की मांग
पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपा
अमरावती
20 जून को यवतमाल की 21 वर्षीय युवती पर स्थानीय रहाटगांव में सामूहिक बलात्कार के दोषियों को राजकमल चौक पर सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग युवा स्वाभिमान संगठन ने की है. अमरावती के पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में शहर में अवैध धंधों पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी की गई है.
कोई नहीं आया मदद के लिए
युवा स्वाभिमान संगठन की महिला आघाडी द्वारा सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि यवतमाल निवासी इंजीनियरिंग की छात्रा 20 जून को अपनी मार्कशीट लेने अमरावती आई थी. मार्कशीट लेने के बाद युवती ने अपने पुरुष मित्र के साथ रहाटगांव के एक रेस्टॉरेंट में भोजन किया. रात में करीब साढ़े 8 बजे युवती का मित्र उसे उसकी एक सहेली के पास छोड़ने जा रहा था, तभी टोल नाके के पास बाइक से संतोष जायसवाल और रुपेश वडतकर पहुंचे और युवक-युवती की पिटाई कर गाड़ी की चाबी अंधेरे में फेंक दी. साथ ही दोनों के मोबाइल भी बंद कर दिए गए. फिर दोनों को खींचते हुए पास के ही जंगल में लेकर गए. युवक की पिटाई कर उसे निर्वस्त्र कर दोनों ने युवती के साथ बारी-बारी से मुंह काला किया. युवती मदद के लिए चिल्लाती रही, मगर कोई नहीं आया. रात करीब 12 बजे दोनों अपराधी भाग खड़े हुए.
महिलाएं असुरक्षित
ज्ञापन में कहा गया है कि ऐसी अनेक घटनाएं इस क्षेत्र में हो रही हैं. महिलाएं यहां असुरक्षित हो गई हैं. इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए या तो दोनों नराधमों को राजकमल चौक पर सरेआम फांसी पर लटका दिया जाए अथवा दोनों को आजीवन कारावास की सजा दी जाए. साथ ही शहर में धड़ल्ले से चल रहे अवैध धंधों भी रोक लगाई जाए. मांग पूरी नहीं होने पर युवा स्वाभिमान संगठन की महिला आघाडी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी.
ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को भी
ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, राज्य के गृह मंत्री और पुलिस निदेशक को भी भेजी गई है. ज्ञापन पर ज्योति सैरिसे, मेघा हरने, अश्विनी झोड़, सुमति ढोके, रजनी शिंगाड़े, अरुणा चचाने, शालिनी देवरे, सुमन कैथवास, डॉ. प्राची आत्राम, अजबे ताई, स्मिता मोरे, गीता धांडे, लता अम्बुलकर, सीमा लवणकर, वंदना जामनकर और मीराताई कोलटने के हस्ताक्षर हैं.