कोराडी
पिछले महीने आई बारिश और तूफ़ान से कोराडी से 5 किलोमीटर दूर स्थित लोणखैरी की उच्च प्राथमिक शाला की छत उड़ गई है. इससे स्कूल प्रबंधन के सामने यह समस्या पैदा हो गई है कि बारिश के दिनों में आखिर पढाई करने वाले बच्चे कहां और कैसे बैठेंगे.
लोणखैरी की जिला परिषद उच्च प्राथमिक शाला में कक्षा पहली से सातवीं तक की पढाई होती है. विद्यार्थियों की संख्या भी ठीक-ठाक ही है. स्कूल की इमारत बहुत पुरानी है और उसकी छत लकड़ी की बनी है. आधी छत पर टिन के पत्रे डाले गए थे. आंधी-तूफ़ान में यही छत उड़ गई.
शाला प्रबंधन समिति और लोणखैरी की ग्राम पंचायत ने स्कूल की पुरानी इमारत को तोड़कर नई इमारत बनाने की सिफारिश इस क्षेत्र के विधायक चंद्रशेखर बावनकुले से की है. साथ ही शिक्षाधिकारी प्राथमिक और नागपुर जिला परिषद के मुख्य कार्यपालनाधिकारी को भी इस तरफ ध्यान देना चाहिए. स्कूल भवन की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं. ऐसे में कभी भी कोई जनहानि हो सकती है. अभिभावकों ने इस तरफ ध्यान देकर वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है.