विदर्भ की काशी के रूप में परिचित जिले के चामोर्शी तहसील में स्थित मारकण्डादेव में महाशिवरात्री के उपलक्ष में आयोजित मेले में शिवभक्तों की भारी भिड़ उमड़ी। हजारो श्रद्धालुओं ने मार्कंडेश्वर मंदिर में दिव्य शिवलिंग के दर्शन कर अपने आराध्य भगवान शिव की पवित्र पर्व पर आराधना की। उत्तरवाहिनी वैनगंगा नदी तट पर पवित्र स्नान कर दिव्य शिवलिंग के दर्शन करना शुभ माना जाता है। जिसके चलते शिवभक्तों ने वैनगंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाकर शिव उपासना में लिन हुए। मारकण्डादेव परिसर मेले के चलते वास्तविक काशी के रूप में अवतरित हुआ ऐसा आभास मेले में उपस्थिती दर्शानेवाले शिवभक्तों को लग रहा था, जिससे मारकण्डादेव परिसर हर – हर महादेव के मंगल घोष से गूंज उठा।
आज तड़के गडचिरोली के मुख्य वनसंरक्षक डी. एस. के. रेड्डी के हाथो महापूजा की गई. पंडित पंकज पांडुरंग पांडे ने मंत्रोच्चार से महापूजा करवाई। नागपुर जिले के हिंगना तहसील निवासी संभु वसंतराव मेश्राम यह शिवलिंग के दर्शन लेने वाले पहले श्रद्धालु थे। दर्शन के लिए श्रद्धालुओ की लम्बी कतार लगी थी। आठ दिन तक चलने वाले इस मेले में हर दिन लाखो की संख्या में शिवभक्त इकठठा हो रहे है। इस मेले में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त रखा गया है। आज दोपहर के दौरान पुलिस अधीक्षक मो. सुवेझ हक ने मार्कंडेश्वर मंदिर के दर्शन लेकर पुलिस बंदोबस्त का जायजा लिया।