गडचिरोली तालुका के मसेली गाव के समिप आज दि. २५ फरवरी को सुबह तडके जख्मी अवस्था में चीता पाया गया। घायल चीते को वनकर्मचारियों ने पकड़कर ताडोबा – अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में उपचार के लिए भेज दिया है।
चामोर्शी मार्ग पर आनेवाले वाकडी ग्राम के थोड़ी दुरी पर पड़नेवाले मसेली गाव के समीप एक चीता घायल अवस्था में होने की खबर ग्रामवासियों ने वनाधिकारियों कों दी। तदोपरांत वन परिक्षेत्राधिकारी सचिन डोंबाळे, क्षेत्र सहायक रामटेके , निखाड , वनरक्षक गोबाड़े , चव्हाण , इन्होने घटनास्थल पर तुरंत आकर घायल चीते को धर दबोचा , तथा उसपर प्रथमोपचार कर के उसे ताडोबा – अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में उचित उपचार हेतु ले जाया गया।
वनविभाग के पशु चिकित्सीय अधिकारी डॉ. खोब्रागडे घायल चीते पर उचित उपचार कर रहे है। वन परिक्षेत्राधिकारी सचिन डोंबाळे खुद व्याघ्र प्रकल्प में उपस्थित रहकर चीते के उपचार पर निगरानी रखे हुए है। घायल चीते की उम्र ढाई से तीन साल के बीच में है। दुसरे किसी चीते के हमले से घायल होने के बाद पानी ढूंढ़ते हुए ग्राम के समीप पंहुचा होगा ऐसा सचिन डोंबाळे इन्होने कहा। गडचिरोली के उपवनरक्षक लक्ष्मी अण्णाबतुल्ला के मार्गदर्शन में घायल चीते के उचित उपचार की व्यवस्था की गयी।
Representational Pic