गड़चांदूर
एक हादसे में सिलेंडर फटने से 150 झोपड़ियाँ खाक हो गई. एक घर में लगे भीषण आग ने आसपास की झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया. करीब एक घंटे में गड़चांदुर शहर की संत गाडगेबाबा झोपड़पट्टी परिसर जलकर राख हो गई. यह घटना दोपहर 3:30 बजे के करीब घटी.
गड़चांदुर शहर के संत गाडगेबाबा नगर परिसर में मजदूरों की झोपड़ियाँ थी. इस परिसर का एक परिवार काम के लिए बाहर गया है. उनके घर में कोई न होते हुए सिलेंडर फटा और उनके घर में आग लगी. समीप के नागरिकों को आग की खबर लगते ही नागरिक घटनास्थल के तरफ भागने लगे तथा पानी डालकर आग बुझाने लगे. लेकिन आग पर काबू पा न सके. गर्मी का मौसम तथा हवा की वजह से आग ने उग्र रूप धारण किया. झोपड़पट्टी परिसर में एक दूसरे से लगकर अनेक झोपड़पट्टीयां है. इस वजह से एक के बाद एक आग ने झोपड़ियो को अपने कब्जे में ले लिया. नागरिकों को जहाँ से पानी तथा मिट्टी मिल रही थी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया. लेकिन आग के उग्ररूप धारण करने पर नागरिकों को आग बुझाने में सफलता नहीं मिल पाया. देखते ही देखते आग ने एक घंटे में परिसर की करीब 150 झोपड़ियों को जलाकर राख कर दिया.
तुरंत परिसर के नागरिकों को अल्ट्राटेक सीमेंट, मणिकगढ़ सीमेंट व बल्लारपुर नगर परिषद के अग्निशमन दल को बुलाया गया लेकिन इस तीन जगहों के दूर होने से अग्निशमन की गाड़ियां जल्द नहीं पहुंच पाई. अग्निशमन दल पहुँचने तक संत गाडगेबाबा परिसर की झोपड़ियां जलकर ख़ाक हो गई थी. इस आग ने धीरे-धीरे एक के बाद एक झोपडी अपने कब्जे में ले लिया जिससे बाकी झोपडी के सिलेंडर फटने लगे. इस वजह से आग और बढ़ने लगी. गत अनेक वर्ष से खुशी से रहकर गरीब मजदूर टूटेफूटे झोपडी मेंरह रहे थे.