ग्रामसेविका को निलंबित करने की मांग
चिमूर
तालुका के कलमगांव ग्रामपंचायत के एमआरइजीएस अंतर्गत वृक्षारोपण और संरक्षण काम की हाजरीबूक में मज़दूरों के झूठे नाम दर्ज़ करके मजदूरी के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली सरकारी रकम लेने का मामला सामने आया है. गौरतलब है की ग्रामसेविका बरडे ने नकली मज़दूरों के नाम पर पैसे उठाए है. ग्रामसेविका बुरडे को निलंबित करने की मांग की जा रही है. अगर ग्रामसेविका बरडे को निलंबित नहीं किया गया तो 20 जुलाई से धरना आंदोलन किया जाएगा ऐसी जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद झाडे ने दी.
प्रमोद झाडे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक़ इस घोटाले के सन्दर्भ में पंचायत समिति कार्यालय में मार्च 2014 में शिकायत दर्ज़ की गई थी लेकिन इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. प्रमोद झाडे की माने तो उन्होंने इस मामले में पंचायत समिति सभापति, लोकप्रतिनिधियों, जिला परिषद सदस्यों व संबंधित अधिकारी से भी मुलाक़ात की लेकिन मामला जस का तस पड़ा है और कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा. मई 2014 में अखबारों में इस बारे में खबर छपी जिसके बाद पंचायत समिति की नींद खुली और विस्तार अधिकारी कुरसंगे ने तत्काल ग्रामपंचायत में आकर पंचनामा किया. जांच में मजदूरों के झूठे नामों के दर्ज होने का खुलासा हुआ लेकिन पंचायत समिति स्तर पर ग्रामसेविका बरडे को महज़ चेतावनी देकर छोड़ दिया गया और कार्रवाई नहीं की गई. अगर बरडे को निलंबित नहीं किया गया तो 20 जुलाई से धरना आंदोलन किया जाएगा ऐसी चेतावनी सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद झाडे ने दी.