कुछ अज्ञात लुटेरों ने तुमसर के एक सराफा व्यापारी , उसकी पत्नी और बच्चे को उनके अपने ही घर में रस्सी ( नायलॉन ) से गला घोटकर हत्या कर दी। साथ ही ५ करोड़ रुपये के माल लूटकर फरार हो गए। यह सनसनीखेज घटना गुरुवार सुबह १० बजे सामने आयी. ये घटना रामकृष्ण नगर में हुई। मृतकों में संजय चिमणलाल सोनी ( रानपुरा ) उम्र ४७ वर्ष , पूनम संजय सोनी उम्र ४३ वर्ष और बालक द्रुमिल संजय सोनी उम्र ११ वर्ष , शामिल हैं।
महाशिवरात्री की पूर्व संध्या पर ख़राब मौसम के कारण इलाके में बिजली गुल होने से इलाके में अँधेरा छाया हुआ था जिसका फायदा लुटरों ने उठाया और संजय सोनी के घर घात लगाकर बैठ गए। जैसे ही संजय सोनी अपनी पत्नी पूनम और बेटे द्रुमिल के साथ घर में दाखिल हुए लुटेरों ने उनपर हमला बोल दिया। और गला घोटकर उनकी हत्या कर दी। और संजय सोनी के लाए हुए सोने चांदी और हिरों के गहनों पर हाथ साफ कर लिया। गौरतलब है की लुटेरे सारी कीमती जेवरात संजय सोनी की ही मारुती कंपनी की रिट्ज कार क्र. एम. एच. ३६. एच. १८३६ में ही दाल कर फरार हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक लूटेरों के हाथ गहनो और फोर व्हीलर सहित ५ करोड़ का माल लगा।
संजय सोनी के बड़े भाई गुणवंत सोनी और गुड्डू सोनी ने शिवरात्री के पूजा के लिए निमंत्रित करने के लिए जब उन्हें फोन लगाया तो उन्हें सामने से कोई जवाब नही मिला। सुबह ९ बजे से परिवार वाले संजय सोनी को फोन कर रहे थे, लेकिन लगातार बेल बजने के बाद जब किसीने फोन नही उठाया तो संजय सोनी की भतीजी आरती उन्हें बुलाने के लिए उनके घर गई तो घर का दरवाजा खुला पाया।
जैसे ही आरती घर मे दाखिल हुई तो ड्राइंग रूम में उसे संजय सोनी का शव दिखा, वही किचन के दरवाजे के पास द्रुमिल और बेडरूम में पूनम का शव आरती को दिखाई दिया।
आरती ने तुरंत अपने पिता को घटना की जानकारी दी जिसके बाद तुमसर पुलिस को भी घटना की सुचना दी गई । तुमसर पुलिस का डी. बी. स्क़ुआर्ड घटना स्थल पर पहुचा साथ ही पुलिस अधीक्षक कैलास कनसे उत्तर विभागीय भोइटे, संतोष कुंभारे, सपोनी तिवारी, ठाकुर आदि. अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुचे।
पुलिस ने घटना स्थल का पंचनामा किया। मृतक संजय सोनी की बड़ी बेटी हिरल अपने मामा के यहां गई होने से उसकी जान बच गई। अगर हिरल भी उस वक़्त घर में होती तो शायद लुटेरे उसे भी जान से मार डालते इसमें कोई संदेह नहीं है। मामले की जांच पुलिस अधीक्षक कैलास कनसे के नेतृत्व में की जा रही है। लेकिन इस घटना से परिसर में भय का वातावरण है, और परिसर वासियों में खौफ।