पवनी
एसटी महामंडल में नौकरी लगवाने का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं. पवनी तालुका में सुशिक्षित बेरोज़गारों को इसी तरह बेवकूफ बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है. इसके बाद थाने पहुंची पीड़िता ने जानकारी दी की उसे नकली नियुक्ति पत्र तक दिया गया था.
मंगलवारी वार्ड की रहने वाली नालंदा रामटेके की पहचान इस टी महामंडल में कार्यरत राजू मेश्राम से एक रिश्तेदार के माध्यम से हुई थी. राजू ड्राइवर के पद पर कार्यरत है. साल 2013 में एसटी महामंडल में भंडारा विभाग में कनिष्ट वाहक की जगह निकली जिसके लिए 21. 10. 2012 को जे एम पटेल कॉलेज भंडारा में परीक्षा दीलेकिन परीक्षा में फेल होने से निराश हो गई. राजू से मुलाक़ात करने पर राजू ने नालंदा को कहा की वो सेटिंग से उसकी नौकरी लगवा सकता है और अधिकारी उसके दोस्त होने की बात कहकर उसे पैसे देकर नौकरी लग जाएगी ऐसा कहा. और नालंदा ने उसे इस काम के लिए ढाई लाख रूपए दिए. धोखेबाज़ी की हद तब हुई जब राजू ने नालंदा को नकली अपॉइंटमेंट लेटर तक दे डाला. लेटर मिलने के बाद नालंदा ने 6 महीनो तक ट्रेनिंग नोटिस का इंतज़ार किया और जब काफी समय बीत गया तो उसने राजू से पूछताछ के. राजू उसे आज कल कहते हुए टालता रहा और आखिर नालंदा को संदेह हुआ की राजू ने उसे चुना लगाया है. बहरहाल नालंदा ने थाने में शिकायत दर्ज़ कराई है और पुलिस ने मामला दर्ज़ कर जांच शुरू कर दी है.