मतगणना : विदर्भ में राजग की बढ़त के आंकड़े भी चौंका रहे
लोकसभा-2014 चुनावों के रुझान विदर्भ में भी कांग्रेस के लिए शुभ नहीं रहेगा, इसका अंदाजा तो पहले ही हो चला था, लेकिन यह इतना अशुभ भी हो सकता है, ऐसा शायद किसी ने नहीं सोचा होगा. विदर्भ की 10 में से दो- भंडारा और वर्धा की सीटें भी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की राकांपा और कांग्रेस से छिन जाएगी, इसका आशंका भी किसी ने नहीं की थी.
इतना ही नहीं, विदर्भ की 10 सीटों में से चार-चार सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी सहयोगी शिवसेना को एक लाख से भी अधिक की बढ़त मिलेगी, यह भी किसी ने नहीं सोचा था.
अपराह्न 3 बजे तक के मिले रुझानों से पता चलता है कि केवल नागपुर ही नहीं; तीन अन्य वर्धा, अमरावती और गढ़चिरोली संसदीय क्षेत्र भी ऐसे हैं, जहां से भाजपा और सेना अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों से एक लाख से अधिक मतों से आगे है.
इसी तरह विदर्भ के चार ऐसे लोकसभा क्षेत्र हैं रामटेक, बुलढाणा, यवतमाल-वाशिम और चंद्रपुर, जहां से भाजपा-सेना प्रत्याशी अपने निकट के प्रतिद्वंद्वी से 50 हजार से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं.
जबकि भंडारा और अकोला दो क्षेत्रों के भाजपा की बढ़त क्रमशः 23184 और 47046 की है.
राकांपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री प्रफ्फुलभाई पटेल और उनके समर्थकों को इस बात का संतोष हो सकता है कि भाजपा ने उनकी इतनी अधिक भी दुर्गति नहीं की. लेकिन दूसरे केंद्रीय मंत्री मुकुल वासनिक और उनके समर्थकों को तो इस बात का अत्यधिक मलाल के साथ-साथ रंज हो सकता है कि रामटेक सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र की जनता ने उनके सेना प्रतिद्वंद्वी कृपाल तुमने को 72042 मतों से बढ़त दे दी है.
अंतिम परिणाम आने तक बढ़त के इन आंकड़ों में और कितना फेर-बदल होगा, यह तो जल्द ही पता चल जाएगा.
(चुनाव परिणामों के अद्यतन आंकड़ों के लिए देखते रहिये- (www.nagpurtoday.in )