चार माह में 59 बालको की मौत; शासकीय यंत्रणा नाकाम
मेलघाट
मेलघाट के धारणी तालुका में 1992 से कुपोषण का महातांडव बदस्तुर जारी है. 22 वर्षो से कुपोषण ने हजारो बालको को मौत की निंद सुलाया है. कुपोषण ने मेलघाट सहित पुरे विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त की. कुपोषण का कलंक मेलघाट के माथे पर आज भी महसुस किया जा रहा है. कुपोषण अतितिव्र श्रेणी में 1979 बालक और मध्यम तिव्र श्रेणी में 6000 बालक जिनकी आयु. 0 से 5 वर्ष तक बताई गई है इनका समावेश बताया गया है.
गौरतलब है कि अप्रैल 2014 से जुलाई तक चार माह से 59 बालको की मौत हुई है. वही 4 माह में 11 उपजत बच्चो की भी मौत शासन के पास दर्ज है. धारणी तालुका में 53 उपकेंद्र 6 प्राथमिक आरोग्य केंद्र और तहसील में आयुर्वेदिक दवाखाने दिखाए गये. लेकिन तीनो दवाखाने बंद अवस्था में है. धारणी तहसील में 22 हजार 500 बच्चे है. इनमे से 1979 बच्चे कुपोषण की चपेट में जीवन-मृत्यु के साथ संघर्ष कर रहे है. आरोग्य और बाल विकास यंत्रणा कुपोषण से निपटने के लिए विफल दिखाई दे रही है.