वरोरा में केरोसीन से चल रहे हैं वाहन
वरोरा
केरोसीन यानी मिट्टी का तेल आम जनता के लिए आवश्यक वस्तु मानी जाती है. इसी के चलते सरकार ने राशन कार्ड पर गऱीबों के लिए सस्ती दरों पर तेल उपलब्ध कराया तो है, लेकिन केरोसीन विक्रेता और राशन दुकानदार दोगुने दामों पर मिट्टी के तेल की बिक्री कर जनता के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं.
बताया जाता है कि वाहन धारकों को 30 से 40 रुपए लीटर की दर पर केरोसीन बेचा जा रहा है. इसके चलते वरोरा शहर और तालुका की सड़कों पर दौड़ने वाले वाहन मिट्टी के तेल से ही चल रहे हैं. शहर में चलनेवाले ऑटोरिक्शा, ट्रक, ट्रैक्टर डीजल, पेट्रोल का इस्तेमाल करने की बजाय खुलेआम मिट्टी तेल का उपयोग कर इसके धुएं से प्रदूषण फैला रहे हैं.
वरोरा शहर में रहनेवाले राजस्व विभाग के कर्मचारी और यातायात पर नियंत्रण करनेवाले पुलिसकर्मी इसकी अनदेखी कर रहे हैं. कहने को तो पुलिसवाले पूरी पड़ताल करते हैं. बावजूद इसके, खुलेआम मिट्टी तेल भी बिक रहा है और उससे वाहन भी चल रहे हैं. अन्याय निर्मूलन समिति के प्रदेश अध्यक्ष अजय रेड्डी ने इस तरफ ध्यान देकर कार्रवाई करने की मांग की है.