वरोरा में अनेक मांगों को लेकर निकले मोर्चे की मांग
वरोरा
अन्याय भ्रष्टाचार निवारण समिति ने वरोरा शहर की विभिन्न मांगों को लेकर हाल में मोर्चा निकाला. समिति के विदर्भ अध्यक्ष अजय रेड्डी के नेतृत्व में निकाले गए इस मोर्चे ने शहर में 20 साल से रह रहे झोपड़पट्टीवासियों को लीज पर भूखंड देने, पक्की नालियों का निर्माण करने और खुली जगह का उपयोग बगीचे के लिए करने की मांग की.
शहर में समस्याओं के अंबार लगे हैं, मगर वरोरा नगरपरिषद का इस तरफ कोई ध्यान ही नहीं है. शहर में 20-20 साल से रह रहे झोपड़पट्टीवासियों को स्थायी लीज देने की मांग की जा रही है. अलावा इसके शहर के कुछ वार्डों में पक्क़ी नालियां तक नहीं बनाई गई हैं. कच्ची नालियां लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनती जा रही हैं. नालियों की साफ-सफाई भी नहीं हो रही. वार्डों में खुले पड़े भूखंडों का इस्तेमाल बगीचे बनाने के लिए किया जाना चाहिए. डीएमआर, इस्पात कंपनी से निकलने वाली सफेद राख का उपयोग गड्ढों को बंद करने के लिए किया जाना चाहिए. ये राख लोगों के लिए बीमारी का सबब बनती जा रही है. इस पर रोक लगाई जानी चाहिए. अलाव इसके शालेय पोषण
आहार योजना से मुख्याध्यापकों और शिक्षकों को मुक्त कर खाना बनाने वालों को रखने की मांग भी की गई.
ये और ऐसी ही कई मांगों को लेकर आंबेडकर चौक से निकला मोर्चा उपविभागीय कार्यालय पहुंचा, जहां उपविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. नगर परिषद के मुख्याधिकारी और पालकमंत्री संजय देवतले को भी ज्ञापन सौंपा गया. इस मौके पर अन्याय निवारण समिति के रेड्डी के अलावा आयटक के जिलाध्यक्ष विनोद झोडगे, सारिका वांढरे, छाया मोहितकर, राजू गहीनेवार, सीमा पवार, संगीता झाडे, संतोष दास सहित अनेक नागरिक और कार्यकर्ता उपस्थित थे.