नागपुर: धार्मिक अतिक्रमणों को लेकर हाईकोर्ट की ओर से फटकार लगते ही कुछ दिनों के लिए थमी कार्रवाई के बाद अब नए सिरे से शुरू हुए अभियान में भले ही एक दिन पहले कार्रवाई के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से जमकर विरोध किया गया हो, लेकिन शुक्रवार को कार्रवाई के दौरान पुख्ता बंदोबस्त होने के कारण विरोधियों की दाल नहीं गल पाई.
फलस्वरूप मनपा के प्रवर्तन विभाग के दस्ते ने 2 जोन में कार्रवाई को अंजाम देते हुए 13 धार्मिक अतिक्रमणों का सफाया कर दिया. विशेषत: मनपा प्रवर्तन विभाग के साथ हमेशा ही रहनेवाले पुलिस कर्मियों के अलावा अब धार्मिक अतिक्रमणों को हटाते समय पुलिस विभाग की ओर से लगभग 40 से 45 पुलिस कर्मियों का बंदोबस्त रखा जा रहा है, जिसकी वजह से बिना रोक-टोक कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.
जमा भीड़ देखती रही कार्रवाई
शुक्रवार को मनपा की ओर से की गई कार्रवाई के दौरान कई स्थानों पर जमा भीड़ धार्मिक अतिक्रमणों को हटते देखते तो रही, लेकिन भारी पुलिस के होने से किसी ने भी विरोध करने का साहस नहीं किया. मनपा की ओर से सतरंजीपुरा जोन में लाडपुरा स्थित विट्ठल रुखमाई, शांतिनगर कालोनी के दुर्गादेवी मंदिर, यहीं के बजरंगबली मंदिर, नागोबा मंदिर, हनुमान मंदिर, नागराज मंदिर, मुदलियार चौक स्थित नाग मंदिर, बजरंगबली मंदिर और लकड़गंज जोन अंतर्गत दलवी अस्पताल के पास स्थित नागोबा मंदिर, पुराना बगड़गंज स्थित नागोबा मंदिर, मोचीपुरा गार्डन स्थित दुर्गा माता मंदिर, बगड़गंज स्थित गणेश नागोबा मंदिर तथा पुराना बगड़गंज स्थित गणेश नागोबा मंदिर मिलाकर कुल 13 धार्मिक अतिक्रमणों का सफाया किया गया. कार्रवाई में प्रवर्तन विभाग प्रमुख अशोक पाटिल, प्रवर्तन निरीक्षक संजय कांबले, नितिन मंथनवार, जमशेद अली ने हिस्सा लिया.
प्रन्यास की नहीं हो पाई कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि मनपा के साथ ही प्रन्यास की ओर से भी उनके अधिकार क्षेत्र में स्थित धार्मिक अतिक्रमणों को हटाने के निर्देश प्रन्यास सभापति की ओर से अधिकारियों को दिए गए हैं, जिसके अनुसार प्रवर्तन विभाग की ओर से कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है किंतु शुक्रवार को प्रन्यास के दस्ते को पुख्ता पुलिस बंदोबस्त नहीं मिल पाने के कारण कार्रवाई नहीं हो पाई जबकि कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया गया था. अब सोमवार से पुन: उन्मूलन अभियान शुरू होने की जानकारी सूत्रों ने दी.