नागपुर: विदर्भ के विभिन्न जंगलों में जनवरी से अगस्त 2017 के बीच 15 बाघों की मौत हुई है। सोमवार को विधानपरिषद में कांग्रेस के सदस्य संजय दत्त, शरद रणपिसे, रामहरी रूपनवर ने प्रश्नकाल के दौरान बाघों की मौत से जुड़ा सवाल सरकार से पूछा। जिसका लिखित जवाब देते हुए राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार यह आकड़ा दिया। मंत्री के जवाब के अनुसार इस कालखंड में नैसर्गिक मृत्यु से 10 जबकि खेतो में लगाए गए विद्युत प्रवाह से 2 और अन्य कारणों से तीन बाघों की मृत्यु हुई है।
नागपुर जिले के खापा में खेत में लगे विद्युत प्रवाह से 13 जनवरी 2017 को बाघिन की मृत्यु हुई थी। इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार दो लोगो पर मामला दर्ज किया गया है। जबकि ब्रम्हपुरी वन क्षेत्र के नागभीड में 24 अप्रैल 2017 को हुई इसी तरह की घटना में बाघ की मौत हुई थी इस मामले में तीन लोगो पर मामला दर्ज किया गया है। पेंच रेंज के पिपरिया में 26 जून 2017 को जंगल से बाघ शरीर के अवशेष बरामद हुए थे इस मामले से 17 लोगो को गिरफ़्तार किया गया है।