नई दिल्ली: 2019 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी को रोकने के लिए महागठबंधन की कवायद चल रही है. कांग्रेस और एनसीपी के नेता बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी को इस गठबंधन का हिस्सा बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं, जिससे वोटों को बिखरने से रोका जाए. स्टेट पार्टी यूनिट ने इस बात की ओर इशारा किया है कि इस मुद्दे को लेकर पार्टी हाईकमान की तरफ से जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा. कांग्रेस और एनसीपी दोनों पार्टियां नहीं चाहतीं कि दलितों और मुस्लिमों का वोट बंट जाए.
गठबंधन में बीएसपी और एसपी को शामिल करने के प्रस्ताव ने उस समय और जोर पकड़ा है जब दलितों के प्रमुख नेता प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली भारिप बहुजन महासंघ (बीबीएम) ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ गठबंधन का फैसला किया है. हालांकि प्रकाश आंबेडकर के एआईएमआईएम के साथ गठबंधन के एलान के बाद भी एनसीपी और कांग्रेस ने उम्मीद नहीं छोड़ी है. इन पार्टियों ने उन्हें एंटी बीजेपी फ्रंट में शामिल होने के लिए प्रस्ताव भेजा है. कांग्रेस और एनसीपी दोनों ही पार्टियों ने इस बात की पुष्टि की है कि महाराष्ट्र नव निर्माण सेना और एमआईएम बीजेपी के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं होंगे.
दोनों पार्टियां सीपीआई, सीपीआईएम किसान और श्रमिक पार्टी, बीजेपी के पूर्व सहयोगी स्वाभिमानी शख्तारी संघटन (एसएसएस) और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जिसका नेतृत्व जोगेंद्र कवड़े और राजेंद्र गावई से भी बातचीत कर रही हैं. 48 सीटों वाले महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लाने के लिए समझौता करने को तैयार हैं.
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने हमारे सहयोगी डीएनए से बातचीत में कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस गठबंधन की वकालत करती है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सांप्रदायिक और विभाजक ताकतों के खिलाफ समान विचारधारा और धर्मनिरपेक्ष दलों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन होगा. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व बीएसपी के साथ गठबंधन के लिए बातचीत करेगा.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए कांग्रेस और एनसीपी विधायकों ने एसपी विधायक अबू आजमी से बातचीत की कोशिश की लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. वहीं राज्य एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल का कहना है कि प्रकाश आंबेडकर को गठबंधन का हिस्सा बनाने के लिए प्रयास करते रहेंगे. पाटिल ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी समान विचारधारा वाली पार्टियों के लिए अपने कोटे की सीटें छोड़ने के लिए तैयार हैं. गठबंधन में शामिल होने वाली पार्टियों की ताकत के उचित मूल्यांकन के बाद सीट शेयरिंग पर बातचीत होगी.
एसएसएस के संस्थापक राजू शेट्टी, जिन्होंने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को छोड़ दिया है, ने कहा कि उनकी पार्टी बीजेपी के खिलाफ बन रहे महागठबंधन का हिस्सा बन सकती है बशर्ते कांग्रेस सत्ता में आने के बाद किसानों का कर्ज माफ करे और उन्हें उचित एमएसपी देने का वादा करे. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग का मुद्दा बातचीत के बाद हल किया जा सकता है.