नागपुर: आरटीई ( शिक्षा का अधिकार ) के अंतर्गत 11 मार्च तक शिक्षा विभाग को कुल मिलाकर 23631 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए है. जानकारी के अनुसार पुणे, मुंबई विभाग से भी ज्यादा आवेदन नागपुर विभाग में हुए है. 662 स्कूलों में कुल मिलाकर आरटीई की सीटे 6 हजार 985 है. और शिक्षा विभाग के पास आवदेन है लगभग 23 हजार 631 है. यानी की 338 प्रतिशत लोगों ने ओवरसब्सक्राइब कर दिया है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि शिक्षा विभाग इतने विद्यार्थियों को एडमिशन देगा कैसे . बार बार तारीख बढ़ाये जाने को लेकर भी शिक्षा विभाग का कहना था कि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों को लाभ मिले इस उद्देश्य को लेकर तारीख बढ़ाई गई है. लेकिन जब जगह ही 6 हजार 985 है तो फॉर्म ज्यादा पालक भी भरेंगे तो उसका लाभ क्या है. हालांकि सोमवार को शिक्षा विभाग की ओर से शंकरनगर के पास स्थित बीआरए मुंडले स्कूल में आरटीई का पहला लकी ड्रॉ आयोजित किया गया है . दोपहर 2 बजे यह ड्रॉ शुरू होगा .टाइमटेबल के अनुसार, 12 से 13 मार्च को पहला लकी ड्रॉ निकाला जाएगा .
23631 विद्यार्थियों के पालक जिन्होंने अपने बच्चों के एडमिशन अच्छे स्कूलों में होने के लिए उम्मीद लगाई है. इनमे से केवल 6985 विद्यार्थियों को ही एडमिशन मिलेंगे बाकी करीब 16 हजार 646 विद्यार्थियों को इसका लाभ चाहकर भी नहीं मिलेगा . यह सच्चाई भी है. अभी सभी पालकों की नज़रे केवल ड्रा पर ही टिकी हुई है.
इस बारे में आरटीई एक्शन कमेटी के चेयरमैन मोहम्मद शाहिद शरीफ का कि नागपुर विभाग में सबसे ज्यादा आवेदन आरटीई के तहत प्राप्त हुए है. जितने आवेदन आए है. उस हिसाब से एक सीट के लिए चार आवेदन आए है. 338 प्रतिशत ओवरसब्सक्राइब हो चूका है. ऐसे में हजारों पालक निराश होंगे.