नागपुर: विश्व में हर जगह तरह-तरह की बीमारी फैल रही है। और हर कोई कैसे इस समस्या से छुटकारा पाए इसके लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। लेकिन वर्तमान में खेती का जो पैमाना और तरीका है वह पूरी तरह से बदल गया है जिसके कारण हमें तरह तरह की बीमारियों से ग्रसित होना पड़ रहा है। Be Organic नागपुर के संयोजक अजय जी और उनके टीम के कोशिश के कारण ही दिनांक 09/03/2018 से 11/02
3/2018 तक ये कार्यक्रम सफलतापूर्वक संभव हो पाया है।
बी ऑर्गेनिक नागपुर के इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यह था कि कि ज्यादा से ज्यादा लोग कैसे जैविक कृषि को अपनाएं और जैविक जीवन शैली को अपनाएं जिससे वह रोग मुक्त जीवन जी सकें। तीन दिवसीय जैविक मेले में देशभर से आए विभिन्न किसानो ने अपनी स्टॉल लगाई। ज्यादातर किसान मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्य के ही थे जिन्होंने बढ़-चढ़कर इस आयोजन में हिस्सा लिया।
दिनांक 09/03/2018 को Be Organic festival 2018 का उद्घाटन आदरणीय रीजनल डायरेक्टर श्री अजय सिंह राजपूत के कर कमलों से किया गया। और साथ ही उद्घाटन सत्र में डॉ. रुचि, डॉ. सारिका, रुपाली काले, तिलक मेहरा, मैथली कोबे ( डिस्ट्रिक्ट डेवलोपमेन्ट ऑफिसर नाबार्ड मौजूद थे। इस कार्यक्रम के नेतृत्व में फेस्टिवल के संयोजक अजय जी और उनकी टीम लगी हुई थी।
दिनांक 10/03/2018 को महाराष्ट्र के जैविक कृषि केंद्र के रीजनल डायरेक्टर अजय सिंह राजपूत जी भी इस कार्यक्रम में शिरकत किए और उन्होंने भी इस कार्यक्रम में जैविक खेती क्या है? जैविक खेती को कैसे किया जाना चाहिए? और युवाओं को कैसे जैविक खेती से जोड़ा जाए? इस पर अपनी बात रखी।
दिनांक 11/03/2018 को कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रख्यात जैविक कृषक ताराचंद बेलजी ने जैविक मेले में जैविक कृषि के फायदे और रासायनिक कृषि के नुकसान,गंध चिकित्सा, जैविक दिनचर्या आदि पर अपने अनुभव के आधार पर अपनी बात रखी।
इस मेले में तरह तरह के स्टॉल थे,जिनमे दैनिक दिनचर्या, खाने-पीने की वस्तुएं और अन्य जैविक उत्पाद थे। जिसे नागपुर के स्थानीय नागरिकों के द्वारा काफ़ी पसंद किया गया।