Published On : Sat, Apr 7th, 2018

एम्प्रेस मॉल रेसीडेंसी में कुएँ की सफ़ाई कर रहे तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत

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नागपुर: शहर के एम्प्रेस मॉल रेसीडेंसी में कुएँ की सफ़ाई कर रहे तीन मजदूरों की जहरीली गैस के संपर्क में आने से मौत हो गई। मृतकों में मॉल का कर्मचारी भी शामिल है। हादसा गांधीसागर तालाब स्थित एम्प्रेस मॉल रेसीडेंसी में शनिवार दोपहर हुआ। मृतक मजदुर रेसीडेंसी के बेसमेंट एरिया में स्थित तालाब की सफ़ाई में लगे थे इसी दौरान जहरीली गैस में संपर्क में आने से मौत हो गई। रेसीडेंसी में कुल 6 कुएँ है जिसकी सफ़ाई का काम इन दिनों शुरू था।

लगभग सवा तीन बजे हादसे की सूचना गणेशपेठ थाने को दी गई। मौके पर पहुँची पुलिस ने फ़ायर ब्रिगेड को सूचना दी। फ़ायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुँचकर बचाव कार्य प्रारंभ किया लेकिन कुएँ में उतरे तीन मजदूरों की लाश बरामद हुई। रेसीडेंसी में कुल 6 कुएँ है जिसकी सफ़ाई का काम इन दिनों शुरू था। लगभग सवा तीन बजे हादसे की सूचना गणेशपेठ थाने को दी गई। मौके पर पहुँची पुलिस ने फ़ायर ब्रिगेड को सूचना दी। फ़ायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुँचकर बचाव कार्य प्रारंभ किया लेकिन कुएँ में उतरे तीन मजदूरों की लाश बरामद हुई।

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हादसे के बाद मजदूरों को काम पर लगाने वाला ठेकेदार फरार हो गया जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। कुएँ से निकाले गए शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल के जाया गया। मृतकों में अजय गगोड़ी (45 ) और चंद्रशेखर बरपात्रे (48 ) शामिल है। मृत दोनों मजदूरों के निवास और उनके रिश्तेदारों की पहचान देर शाम तक नहीं हो पायी थी।

फ़ायर ब्रिगेड की तरफ से बचाव कार्य के लिए पहुँचे गणेशपेठ फ़ायर स्टेशन के इंचार्ज अनिल गोले ने बताया की जब तक उनका दल एम्प्रेस मॉल रेसीडेंसी पहुँचा तब तक तीनो मजदूरों की मौत हो चुकी थी। जिस कुएँ में मजदूरों की जहरीली गैस के संपर्क में आने से मौत हुई वह 12 फिट गहरा था और उसमे सिर्फ 2 फिट ही पानी था। गोले के मुताबिक मीथेन या फिर कार्बनमोनोऑक्साइड गैस के संपर्क में आने से मजदूरों की मौत हुई होगी। बेसमेंट में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है। जिस वजह से जहरीली गैसों का असर मानव शरीर पर और तेजी से होता है। मृत मजदूरों के साथ काम कर रहे अन्य मजदूरों ने बताया की पहले एक मजदुर कुएँ की सफाई के लिए नीचे उतरा काफी देर तक जब वह ऊपर नहीं आया तो दूसरा मजूदर उसे बचाने के लिए कुएँ में उतरा। कु

एँ में उतरते ही उसे बेचैनी महसूस हुई। उनसे मदत के लिए तीसरे को आवाज़ लगाई। जिसके बचाने के लिए तीसरा मजदुर भी नीचे उतारा लेकिन वह भी वापस नहीं आ पाया। तीनो मजदूरों की दम घुटने की वजह से दर्दनाक मौक हो गई। फ़ायर ब्रिगेड की टीम ने जेसीबी मशीन के सहारे तीनो शवों को कुएँ से बाहर निकाला जिसके बाद उन्हें मेडिकल अस्पताल ले जाया गया। हादसे की खबर पाकर काम कर रहे साथी मजदुर और एम्प्रेस मॉल रेसीडेंसी के कर्मचारी और अधिकारी भी मेडिकल अस्पताल पहुँचे।

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