नागपुर. मनपा के सर्वाधिक आय के स्रोतों में से एक सम्पत्ति कर के तहत भले ही आशा अनुरूप आय नहीं हुई हो लेकिन अब वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले अधिक से अधिक वसूली करने के लिए सभी जोनल कार्यालयों की ओर से अभियान शुरू किया गया है. इसी श्रृंखला में लक्ष्मीनगर जोन अंतर्गत चिंचभवन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया. जोनल कार्यालय की ओर से बकायादारों पर शिकंजा कसते हुए 339 भूखंड जब्त कर लिए.
उल्लेखनीय है कि इन भूखंडों पर वर्ष 2012 से सम्पत्ति कर का बकाया चल रहा है. 10 वर्ष बीत जाने के बावजूद बकाया अदा नहीं किया जा रहा था. अत: सोमवार को कार्रवाई कर भूखंड जब्त किए गए. कार्रवाई में लक्ष्मीनगर जोन के सहायक आयुक्त गणेश राठोड के मार्गदर्शन में सहायक अधीक्षक धनंजय जाधव, कवडू बहादुरे, मिलन तांबे, पंकज फुटाने, पंजाब मस्के, सियालाल चौधरी, राजू लोखंडे आदि शामिल थे.
मनपा आयुक्त के कड़े निर्देश
सूत्रों के अनुसार मनपा की स्थायी समिति की ओर से पेश होनेवाले आम बजट में सम्पत्ति कर से 350 करोड़ से अधिक की आय होने का अनुमान लगाया गया था. आलम यह रहा कि मनपा की ओर से अब तक केवल 250 करोड़ के करीब ही वसूली हो पाई है. जबकि 650 करोड़ का बकाया होने की जानकारी गत समय स्वयं स्थायी समिति के सभापति ने उजागर की थी. मनपा आयुक्त की ओर से भी प्रस्तावित आय प्राप्त नहीं होने के कारण अब वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने के कड़े निर्देश आयुक्त की ओर से जारी किए गए. यहीं कारण है कि प्रत्येक जोन ने अब जब्ती अभियान शुरू कर दिया.
सम्पत्तियों की होगी नीलामी
बताया जाता है कि 10 वर्षों से बकाया होने के बावजूद सम्पत्तिधारकों को पर्याप्त समय देते हुए कर भरने के लिए कई बार नोटिस जारी किया गया. यहां तक कि गत समय इन सम्पत्तिधारकों को जब्ती की चेतावनी देते हुए वारंट जारी किया गया था. अंतिम मौका देने के बाद भी बकाया अदा नहीं किया गया. जिससे जब्ती कार्रवाई की गई. अब पुन: 31 मार्च तक समय दिया गया है. यदि समय के भीतर बकाया अदा नहीं किया गया तो सम्पत्तियों के नीलामी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिसके बाद नीलामी से प्राप्त होनेवाली निधि में से बकाया वसूल किया जाएगा. बताया जाता है कि हर वर्ष इस तरह का जब्ती अभियान चलाया जाता रहा है. किंतु कुछ ही सम्पत्तियों की नीलामी प्रक्रिया पूरी होती रही है. अब बकाया वसूली के लिए कड़ा रुख अपनाए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी.