नागपुर: नागपुर महानगरपालिका की ‘आपली बस’ में कंडक्टर द्वारा स्मार्ट कार्ड का दुरुपयोग कर लाखों रूपए का टिकट घोटाला किए जाने का मामला हालही में प्रकाश में आया. लेकिन प्रशासन जिम्मेदार विभाग प्रमुख और डिम्ट्स पर कड़क कार्रवाई करने के बजाय समय काट मामला शांत करने में लगा हुआ है.
ज्ञात हो कि आपली बस से रोजाना यात्रा करने वाले वालों को परिवहन विभाग के मार्फ़त स्मार्ट कार्ड उपलब्ध करवाया जाता है. रोजाना यात्रा करने वालों से जमा राशि पर निगरानी रखने की पूर्ण जिम्मेदारी मनपा परिवहन विभाग मार्फ़त डिम्ट्स को सौंपी गई है. लगभग सभी टिकट कलेक्टर कंडक्टर यूनिटी सिक्योरिटी फ़ोर्स और एसआईएस के हैं.
जून २०१७ से स्मार्ट कार्ड के माध्यम से टिकट घोटाला होने से १२-१४ लाख का नुकसान हुआ है. इस मामले में ३५ कंडक्टर सीधे तौर पर दोषी पाए गए और ६४ कंडक्टर पर संदेह प्रकट कर सूची तैयार की गई. मामला प्रकाश में आते ही ३५ कंडक्टरों को तत्काल निलंबित किया गया लेकिन जिम्मेदार परिवहन विभाग के अधिकारी और डिम्ट्स के अधिकारियों पर प्रशासन ने आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की.
उधर पुलिस प्रशासन उक्त ३५ कन्डक्टरों को बारी-बारी से बुलाकर पूछताछ कर रही है. संभावना है कि जल्द ही उक्त घोटाले का सरगना गिरफ्त में आ जाएगा.
उल्लेखनीय यह है कि मामला को शांत करने के लिए परिवहन विभाग के मार्फ़त डिम्ट्स और डिम्ट्स द्वारा यूनिटी सिक्योरिटी फ़ोर्स के माध्यम से निलंबित कंडक्टरों से ६ लाख रुपए की वसूली करवा चुके हैं और तो और डिम्ट्स भी नए मशीन का हवाला देकर व्यवस्था सुधारने की बातें प्रचारित कर रही है.