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नागपुर – विधायक अनिल सोले ने शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े को निवेदन देकर बेझनबाग की दो स्कूलों को बंद न करने की मांग की है. दरअसल नागपुर के बेझनबाग परिसर स्थित दी सिक्ख एजुकेशन सोसाइटी की ओर से संचालित गुरुनानक प्राथमिक स्कूल व गुरुनानक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय इन दोनों अनुदानित स्कूलों में कुल 3500 हजार विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं. वहीं 59 शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी भी यहां पर कार्यरत हैं. इस स्कूल में अमीर गरीब, मध्यमवर्गीय सभी वर्ग के विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. यह स्कूल बेझनबाग की सबसे बड़ी अनुदानित स्कूल है व पिछले 3 वर्षो से यहां के एस.एस.सी बोर्ड का रिजल्ट 99.4, 99.18 प्रतिशत के साथ 98 प्रतिशत रहा है. हर वर्ष 10 से 15 विद्यार्थी मेरिट में आते है. इस स्कूल में शिक्षक बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं.
लेकिन यहां के व्यवस्थापक वर्ग को अनुदानित स्कूल से कोई आर्थिक लाभ नहीं मिल रहा है. जिसके कारण स्कूल के व्यवस्थापक ने दोनों ही अनुदानित स्कूल बंद कर सी.बी.एस.ई स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में निवेदन भी शिक्षा उपसंचालक को स्कूल की ओर से दिया गया है.
शिक्षा उपसंचालक ने इस विषय पर शिक्षा संचालक से रिपोर्ट भी मांगी है. लेकिन इस स्कूल के बंद होने से 3500 हजार विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान होगा साथ ही 59 कर्मचारियों के परिवारों पर भी मुसीबत आएगी. जिसके कारण समाज में असंतोष निर्माण होने का भी डर है. ऐसी स्थिति में स्कूल की ओर से शिक्षा उपसंचालक को दिए गए दोनों ही प्रस्तावों को नामंजूर करने का निवेदन विधायक अनिल सोले की ओर से शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े को दिया गया है और इन स्कूलों को दोबारा शुरू रखने की मांग की गई है.