-देश के हर जिले में 75 झीलें बनाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना नागपुर से प्रारंभ
-आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर केंद्र सरकार की पहल
नागपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर ‘मन की बात’ में देश के लुप्तप्राय जल स्रोतों को पुनर्जीवित कर ‘अमृत सरोवर’ बनाने का विचार रखा था। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की पहल पर नागपुर जिले के काटोल के मेंढेपठार में 4 अमृत झीलों के भूमिपूजन के माध्यम से इस अवधारणा को मूर्त रूप दिया जाएगा। मेंढेपठार में चार सिंचाई तालाबों के स्थान पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा चार अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाएगा।
राज्य के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री सुनील केदार और विधान परिषद के विधायक चंद्रशेखर बावनकुले ने आज मेंढेपठार में परियोजना का शिलान्यास किया। सुनील केदार ने विचार व्यक्त किया कि इस क्षेत्र के गहरा होने से बड़ी मात्रा में पानी का भंडारण होगा और इससे स्थानीय किसानों को भी लाभ होगा।
4 अमृत सरोवरों का निर्माण मेंढेपठार सिंचाई झील, सोनखंब झील और चंद्रभागा बांध पर किया जाएगा। इन सिंचाई तालाबों के कायाकल्प से इन सभी झीलों की सिंचाई क्षमता में काफी इजाफा होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग 353 जे पर नागपुर-काटोल सड़क परियोजना को फोर लेन बनाने के लिए खुदाई की गई मिट्टी का उपयोग चारों झीलों को गहरा करने के काम में किया जाएगा। अमृत सरोवर झील के माध्यम से भूजल पुनर्भरण किया जाएगा, जिससे सिंचाई क्षमता, मत्स्य पालन, कृषि और वृक्षारोपण क्षेत्रों का लाभ होगा।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि अमृत सरोवर की अवधारणा वर्षा जल का संरक्षण कर किसानों की कृषि को समृद्ध करना है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी राजेश अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर प्रत्येक जिले में 75 झीलें बनाने की हमारी योजना है और इस साल देश भर में 50 हजार झीलें बनाने का लक्ष्य है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के मार्गदर्शन में आज नागपुर जिले से इसकी शुरूआत की गई है। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी और नागरिक गण उपस्थित थे।