– भदंत सुरी ससाई ने दी जानकारी
नागपुर– धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर हर साल की तरह पवित्र दीक्षा स्थल पर 3 से 5 अक्टूबर तक धम्मदीक्षा समारोह का आयोजन किया गया है। दीक्षाभूमि स्मारक समिति के अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध धम्मगुरु भदंत आर्य नागार्जुन सुरी ससाई ने बताया कि इस समारोह में लगभग 50,000 अनुयायियों को धम्मदीक्षा दी जाएगी।
धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस के मुख्य समारोह में देश-विदेश से अनुयायी दीक्षाभूमि पर आते हैं। इस दिन के अवसर पर भदंत ससाई पिछले कई वर्षों से धम्म दीक्षा दे रहे हैं। अब तक लाखों अनुयायियों को दीक्षा दी जा चुकी है। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से दीक्षाभूमि पर धम्म दीक्षा समारोह नहीं हो सका। इस वर्ष कोरोना मुक्त वातावरण और प्रतिबंध न होने के कारण दीक्षाभूमि में मुख्य समारोह के लिए बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु, धम्म बंधु और अनुयायी आएंगे।
इनमें से अधिकांश अनुयायी समारोह में भाग लेने के साथ धम्म दीक्षा के लिए आते हैं। इसलिए भदंत ससाई के नेतृत्व में दीक्षा स्थल पर तीन दिवसीय धम्मदीक्षा समारोह का आयोजन किया गया है। भदंत धम्मसारथी, भदंत नागवंश, भदंत नागसेन, भदंत प्रज्ञा बोधी, भदंत धम्म विजया, भदंत महानग, भदंत धम्मप्रकाश, भदंत मिलिंद, भदंत धम्मोधि, भदंत नागप्रकाश, भदंत महाकश्यप आदि संघ भिक्षु दीक्षा समारोह आयोजित करेंगे। रजिस्ट्रेशन के बाद दी जाएगी शुरुआत धम्म दीक्षाओं को प्रमाण पत्र जारी करने की व्यवस्था की गई है।
डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर के पवित्र दीक्षा मैदान में लाखों अनुयायियों को दीक्षा दी। अनगिनत अनुयायी उस पवित्र भूमि पर आने की ख्वाहिश रखते हैं। देश-विदेश के अनुयायी यहां से विचारों की ऊर्जा और प्रेरणा लेकर दी गई जिम्मेदारी निभाते हैं। भदंत ससाई बाबासाहेब की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए पिछले कई वर्षों से धम्मदीक्षा समारोह का आयोजन कर रहे हैं। कोरोना काल में भी बेजनबाग़ मैदान में धम्म दीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया।