नागपुर: चंद्रपुर जिले में करीब 4 साल पहले शराबबंदी की गई थी. जिसके बाद से जिले में वैध तरीके से तो शराबंबंदी है, लेकिन अवैध तरीके से रोजाना शराब की तस्करी की जा रही है. लेकिन एक मामले में पुलिस कर्मी ने ही जब्त की गई शराब अपने घर में रखने की घटना सामने आई है. चंद्रपुर जिले के वरोरा के वांढरे ले-आऊट में रहनेवाले पुलिस कर्मचारी बालासाहेब श्रीरामे के घर से 50 हजार रुपए की शराब स्थानिक अपराध शाखा ने शुक्रवार को जब्त कर आरोपी पुलिसकर्मी पर मामला दर्ज किया गया है.
वरोरा के बोर्डा चौक के पास वांढरे लेआउट में रहनेवाले बालासाहेब श्रीरामे यह पुलिस विभाग माजरी में कार्यरत है. श्रीरामे के घर पर शराब होने की जानकारी गुप्त जांच स्थानिक अपराध शाखा को मिली थी. इस जानकारी के आधार पर पुलिस उपनिरीक्षक मनीष दुबे ने दोपहर में श्रीरामे के घर रेड मारी तो उसके घर के कंपाउंड के पास प्लास्टिक की दो थैलियों से 500 देसी शराब की बोतले मिली. जानकारी के अनुसार सुबह 9 बजे के करीब पुलिस कर्मी श्रीरामे ने ही यह शराब अपने बाइक से घर लाई थी.
जिसके बाद श्रीरामे धामन गांव के लिए निकल गया. यह जानकारी अपराध शाखा को श्रीरामे की पत्नी ने दी. पुलिस ने शराब की बोतलों को जब्त किया है. साथ ही इसके पुलिस कर्मचारी बालासाहेब श्रीरामे पर अवैध शराब रखने का मामला दर्ज किया है. आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. वरोरा के सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि 2 शराबविक्रेता अपने दुपहिया वाहन से यह शराब लेकर जा रहे थे श्रीरामे ने उन्हें रोका था जिसके बाद वे दोनों शराबविक्रेता शराब की थैलियों को पुल के नीचे फेंककर भाग गए थे.
श्रीरामे ने जब्त की शराब की कोई भी जानकारी अपने पुलिस स्टेशन या वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी. बिना बताए ही इस शराब को बेचने के फिराक में श्रीरामे था ऐसी चर्चा भी वरोरा में चल रही है. कई बार शराब पकड़ने के बाद भी उसे पूरे तरीके से दिखाया नहीं जाता है. ऐसा आरोप हमेशा से ही वरोरा के नागरिक पुलिस पर करते रहे हैं. इस घटना के बाद यह कह सकते हैं. चंद्रपुर जिले में शराबबंदी के बावजूद अपने ही घर में शराब रखकर श्रीरामे ने यह साबित कर दिया है कि कोतवाल ही चोर निकला.