नागपुर: सदगुर कबीर साहेब के 620वे प्रगट महोत्सव के अवसर पर दो दिवसीय संत समागम सदगुरु कबीर धनिधर्मदास साहब सेवा समिति की और से सदगुरु कबीर कुटी धर्मनगर कलमना में आयोजित किया गया. प्रथम दिवस में धरमपेठ भजन मंडल एवं फत्तू साहब के भजन हुए भजनों के उपरान्त छत्तीसगढ़ से आए. दामाखेड़ा के महंत सजिंवन साहेब ने अपने अमृतमयी वाणियो से श्रोताओ को सद्गुरु कबीर साहब के वाणी में प्रकाश डालते हुए कहा की मनुष्य जन्म बड़ा ही दुर्लभ है बार बार नहीं मिलता अबकी मिला है तो हमें नेक कामो में अपने मन को लगाकर उसे निर्मल बनाना है. क्योंकी जब तक मन निर्मल नहीं होगा तब तक हम सदगुरु को नहीं प्राप्त कर सकते. कबीर साहब की वाणी का प्रमाण देते हुए उन्होने कहा की “तुम निर्मल होकर घर आवो हंसा दुर्मति छोड़ कर” एवं “ सहज ही साहब पाइया जो मन निर्मल होये” “कबीर मन निर्मल भया जैसे गंगा नीर, पीछे पीछे हरी फिरे कहत कबीर कबीर”. दुसरे दिन भव्य शोभा यात्रा निकाली गई.
जिसमे महिलाओ ने पारंपरिक पहनावे के साथ सर पर कलश रख कर शोभायात्रा में सहभाग लिया, शोभा यात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए सत्संग स्थल कबीर कुटी पहुंची, शोभा यात्रा का अनेक स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया. शोभा यात्रा के पश्चात सात्विक यज्ञ चौका कारती महंत सजीवन साहब के कर कमलो द्वारा संपन्न हुई एवं भक्तो ने महाप्रसाद का लाभ लिया.
इस अवसर पर महाराष्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव उमाकांत अग्निहोत्री, प्रभाग के नगरसेवक राजकुमार सेलोकर, सदगुरु कबीर आश्रम गुजरखेडी के सदस्य देवेन्द्र जैस्वाल कबीरपंथी, शांति नगर कबीर मंदिर के महंत मुनीन्द्र दास, सद्गुरु कबीर के विचारक बाबुदास जैस्वाल, एम् एस शर्मा, केदार साहू, नेमीचंद सनोडिया, ललिता साहू, सीताराम शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजक समिति के मिलाप साहू, जागेश्वर हिरवानी, फत्तू झरिया, कुंजलाल साहू एवं आमीन माता महिला मंडल तथा युवा कबीरपंथी सेवा समिति के योवाको का विशेष प्रयास किया गया.