नागपुर: खुर्सापार चेक पोस्ट से एन्ट्री देने के नाम पर ट्रैवल्स कम्पनी के मैनेजर से 60,000 रुपये की रिश्वत लेने वाले आरटीओ इन्सपेक्टर को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगेहाथ दबोचा. पकड़ा गया आरोपी नरेश पोलानी (57) है और वह आरटीओ में मोटर वाहन निरीक्षक पद पर कार्यरत था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरियादी प्लाट नंबर 750, आजादनगर, इंदोर, मध्यप्रदेश के निवासी होने के साथ एक ट्रैवल्स कम्पनी के मैनेजर के तौर पर कार्यरत है. दैनिक रूप से फरियादी की ट्रैवल्स इंदोर से नागपुर चलती है. आरटीओ इन्सपेक्टर नरेश पोलानी ने शिकायतकर्ता से खुर्सापार चेक पोस्ट से बसों को एन्ट्री देने के लिए 80,000 रुपये प्रति माह रिश्वत देने की मांग की थी. इसके बाद फरियादी ने इस पूरे मामले की सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो को दी.
खुर्सापार चेक पोस्ट से एन्ट्री देने मांगी रिश्वत
पुलिस उपअधीक्षक संदीप जगताप ने फरियादी की शिकायत पर आरोपी नरेश पोलानी को रंगेहाथ पकड़ने की योजना बनाई. मोटर वाहन निरीक्षक नरेश ने मैनेजर से 5 बसों के लिए महीने के 80,000 रुपये मांगे थे, तोड़जोड़ करते हुए यह डील 60,000 रुपये में फाइनल हुई. शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्रादेशिक परिवहन विभाग कार्यालय में इंस्पेक्टर नरेश को रंगेहाथ 60,000 रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा.
अधिकारी के खिलाफ सीताबर्डी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है. कार्रवाई के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने इंस्पेक्टर नरेश के हजारीपहाड़ के निवास स्थान पर छापा मारा. पुलिस अधीक्षक रश्मि नांदेड़कर, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश दुद्दलवार के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक संदीप जगताप, प्रवीण पडोले, सुनील कलंबे, प्रभाकर बले, लक्ष्मण परतेती, वकील शेख आदि ने कार्रवाई को अंजाम दिया.