– मनपा में भ्रस्टाचार को मिल रही हवा,सत्तापक्ष की चुप्पी समझ से परे
नागपुर – वर्षों से बिना UPDATED कागजात के किराए पर कारें चल रही थी,जिनकी समयावधि(TENDER) भी समाप्त हो चुकी थी।इसे बिना समीक्षा किए पहले स्थाई समिति ने फिर बाद में आयुक्त RADHKRISHNAN B ने एक वर्ष के लिए EXTENSION देकर अपने कार्यशैली का परिचय दिया।
याद रहे कि पहली बार विभिन्न दर पर मनपा में किराए पर कारें ली।जो कि COMMERCIAL होनी चाहिए थी,लेकिन इनमें से लगभग 1 दर्जन कारें PRIVATE श्रेणी में तब्दील कर लिया गया था,टेंडर अवधि खत्म होने के पूर्व बहुतेक कारों का कागजात भी UPDATE नहीं थी,फिर भी GAD प्रमुख के शह पर सड़कों पर दौड़ रही थी।
टेंडर खत्म होने के पहले अगले 1 वर्ष के लिए EXTENSION मिले, इसके लिए दौडमभाग शुरू हो गई थी। GAD ने इन्हें समयावधि बढ़ाने के लिए प्रथम प्रयास किए,तो प्रशासन ने सीधा सहयोग करने के बजाय स्थाई समिति को नया टेंडर के लिए प्रस्ताव दिया। क्योंकि इसके पूर्व UNUPDATED DOCUMENT का मामला सार्वजनिक हो चुका था,इसलिए स्थाई समिति की बैठक के पूर्व GAD ने उक्त सभी वाहन संचालकों/चालकों को कागजातें UPDATE करने की नोटिस दी और अगले 7 दिनों में UPDATED DOCUMENT जमा करने का निर्देश दिया,तब तक उन सभी का भुगतान रोक दिया गया।इसके बाद भारी दबाव में स्थाई समिति ने बिना समीक्षा किये नया टेंडर जारी करने के बजाय 1 वर्ष का EXTENSION दे दिया।
उक्त घटनाक्रम से आयुक्त का ध्यानाकर्षण करवाया गया और स्थाई समिति के प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी न देने की मांग की गई लेकिन आज जानकारी मिली आयुक्त ने भी भारी दबाव में बिना विषय की समीक्षा किये अंतिम मंजूरी दे दी। अब सवाल उठता हैं कि क्या सभी वाहनों के कागजातें UPDATED हो गए थे,या फिर आयुक्त भी सत्तापक्ष के दबाव में सक्रिय हैं ?