भाग 22: राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन नागपुर शहर
नागपुर टुडे : सन 1992 में सोनेगांव पुलिस स्टेशन को विभाजित करके राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन की स्थापना की गई थी । वर्तमान में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक (पीआई) दिनकर आसाराम ठोसरे (1992 बैच के पीएसआई) इसका नेतृत्व कर रहे है। राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन कुल 93 पुलिसकर्मी और 13 पुलिस अधिकारियों के साथ काम करता है।
राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन में नरेंद्र नगर अंडर ब्रिज – हिंगना टी-पॉइंट ( पुर्व- पच्छीम) और माटे चौक से खामला (उत्तर-दक्षिण) के बीच का एक बड़ा क्षेत्र शामिल है करीब 6 किलोमीटर चौड़े अधिकार क्षेत्र में 2.5 लाख की घनी आबादी रहती है। इस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत तुकडोजी नगर, सुभाष नगर और कामगार नगर संवेदनशील क्षेत्र माने जाते है ।
राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, विधायक विकास ठाकरे, समीर मेघे, राजेंद्र मुलक तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध मोहिते के अलावा सेवानिवृत्त नौकरशाह और कई अन्य सरकारी अधिकारी जैसे वीआईपी वास करते हैं।
राणा प्रताप नगर पुलिस स्टेशन में कुल तीन बीट हैं: जिसमे खामला बीट में (बीट मार्शल – एनपीसी देवेंद्र शर्मा – मोबाइल नंबर – 9765932094), सुभाष नगर बीट (बीट मार्शल – एनपीसी श्रीकृष्ण – मोबाइल नंबर- 9923062576) और राणा प्रताप नगर बीट (बीट मार्शल – एनपीसी विनोद भानारकर) – मोबाइल नंबर- 99233385450), पीएसआई वसंत पवार (मोबाइल: 7276549317) राणा प्रताप नगर पुलिस स्टेशन के डीबी दस्ते का नेतृत्व करते हैं।
नागपुर टुडे से खास बातचित करते हुए, पीआई दिनकर ठोसरे ने अवगत कराया कि कैसे राणाप्रताप नगर पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में अपराध को रोकने के लिए कई पुख्ता और कड़े निवारक उपाय किए हैं। पीआई ठोसरे ने पुलिस आयुक्त (सीपी) मा. अमितेश कुमार, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जोन 1, नूरुल हसन के निर्देशों के बाद क्षेत्र में कुख्यात और शातिर अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई तेज कर रखी है। दिसंबर 2020 में पीआई दिनकर ठोसरे के कार्यभार संभालने के बाद से यह कदम काफी कारगर साबित हुआ है, राणा प्रताप नगर पुलिस स्टेशन के तहत फिलहाल अबतक हत्या का एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह सब चुस्त और दुरुस्त पुलिसिंग की वजह से संभव हो पाया है ऐसा पीआई ठोसरे मानते है ।
पुलिस और समाज के बीच की खाई को पाटने के लिए, पीआई दिनकर ठोसरे ने पहले ही अपना निजी मोबाइल नंबर – 9049300100 – स्थानीय लोगों के साथ साझा कर दिया है और उन्हें सलाह दी है कि किसी भी आपात स्थिति के मामले में इलाके का यदि कोई भी व्यक्ति अपराध या अपराधी से संबंधित कोई रहस्य साझा करना चाहता है तो उन्हें सीधे कॉल कर सकता है। जानकारी देनेवाले का नाम हमेशा गुप्त रखा जायेगा साथ ही परिसर का कोई भी नागरिक राणाप्रताप नगर पुलिस से उनके लैंडलाइन नंबर: 0712-222688 पर 24 घंटे संपर्क कर सकता है।
क्षेत्र में अनियमितता तथा अपराध को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई जारी ।
“राणा प्रताप नगर पुलिस थाना क्षेत्राधिकार के तहत सख्त कानून व्यवस्था की स्थिति को लागू करने के लिए पुलिस ने सीपी अमितेश कुमार और डीसीपी नूरुल हसन की देखरेख में क्षेत्र में दर्ज रिकॉर्ड अपराधियों, अवैध शराब और जुआ कारोबार के खिलाफ संगठित कार्रवाई शुरू की है। पीआई ठोसरे ने कहा कि राणा प्रताप नगर पुलिस ने दो कुख्यात अपराधियो के खिलाफ एमपीडीए के तहत कार्रवाई की है । स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पांच बदमाशो को तड़ीपार करने का प्रस्ताव भेजा है। पीआई दिनकर ठोसरे ने आगे बताया कि, अबतक राणा प्रताप नगर पुलिस ने थाने में दर्ज रिकॉर्ड अपराधियों के खिलाफ 200 से अधिक कड़ी कानूनी कार्रवाई शुरू की है। जिसकी वजह से अपराधियो के मन मे कानून का खौफ व्याप्त है ।
स्थानीय बातचीत का महत्व:
आएदिन इलाके में “शांतता मीटिंग्स, मोहल्ला मीटिंग्स और सीनियर सिटीजन मीटिंग्स के अलावा उनकी शिकायतों को सुनने के लिए, राणा प्रताप नगर पुलिस नागरिकों, स्थानीय नगरसेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और व्यापार मालिकों के साथ बातचीत करना सुनिश्चित करती है ताकि उनकी समस्याओं और प्रश्नों को तत्काल सुलझाया जा सके । इसके अलावा राणा प्रताप नगर पुलिस ने नागरिकों की शिकायतों का जल्द से जल्द निपटारा करने के लिए कई व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं जिसका उन्हें अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है ।
नागरिकों को उनके क्षेत्रीय पुलिस स्टेशन के बारे में सूचित करने के लिए, नागपुर टुडे एक विशेष श्रृंखला के साथ आया – अपने पुलिस स्टेशन को जानिये – आम जनता के लिए पुलिस स्टेशन के बारे में सभी आवश्यक जानकारी को सक्षम करने के लिए। रिपोर्ट में आपको संबंधित पुलिस थानों के पुलिस निरीक्षक, किसी आपात स्थिति में उनसे संपर्क करने के तरीके, क्षेत्र में अधिकारी के भविष्य के लक्ष्यों आदि के बारे में जानकारी मिलेगी।
– रविकांत कांबले