CMD और उनके इशारे पर सक्रीय CVO की चुप्पी से लग रहा चुना और बढ़ रहा भ्रष्टाचार
नागपुर: पश्चिमी कोयलांचल वेकोलि(WCL) में कार्यरत गोंदिया की विवादास्पद ट्रवल्स एजेन्सी का फर्जीवाडा की पोल खुलते वेकोलि में हडकंप मचा हुआ है। जानकार सूत्रो का मानना है कि फर्जी हस्ताक्षर के जरिए दूसरी ट्रवल्स एजेन्सियों के वाहनें,जिसमें बसेस,चार पहिया वाहनों और एम्बुलेंस को अपने नाम पर करके बेच देना और दूसरों के बैंक खातों से फर्जी हस्ताक्षर के जरिए अपने खाते में मनी ट्रांसफर करवाने,फर्जी हस्ताक्षर के जरिए दूसरों की वाहनों को अपने नाम पर करवाना स्वर्गवासी वाहन ट्रवल्स मालिक की उत्तराधिकारी विधवा महिला के साथ धोखाधड़ी और गुमराह करना,उनकी दिशाभूल करके हक और अधिकारों पर डाका डालने इत्यादि अनेक घ्रणित मामलों की पुलिस थानों में गुप्ता के खिलाफ शिकायत दर्ज है.
वाबजूद भी पुलिस की तरफ से इस ट्रवल्स माफिया पर कार्यवाई न होना पुलिस विभाग की कार्यप्रणालियों पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। इतना ही नहीं न्यायालय में दायर मामलों में हेराफेरी करवाने का आरोप गुप्ता पर लग रहा है।
बताते हैं कि रुपयों के बल बूते पर वह अधिकारियों का मुंह बन्द करवाने में माहिर है। क्योंकि इस ट्रवल्स माफिया पर कोई असर नहीं पडता दिखाई दे रहा है। क्योंकि धोखाधड़ी और फर्जीवाडा से हुए आय को पानी की तरह बहाये जा रहा है।
गोपनीय सूत्रों की माने तो यह ट्रवल्स माफिया ने अपने प्रतिस्पर्धी ट्रवल्स व्यवसायियों से सम्बन्ध गहराकर उनके साथ धोखाधड़ी करने में माहिर बताए जा रहे.
वेकोलि में व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक इस मामले में इस ट्रवल्स ठेकेदार संदीप गुप्ता के खिलाफ चंद्रपुर तथा गोंदिया के न्यायालय में मामला विचाराधीन है।इस ट्रवल्स एजेंसी की न्यायालय में दर्ज मामले की फ़ाईल गायब होना भी चर्चा का विषय बना हुआ हैं.
विधि-न्याय विशेषज्ञों की माने तो अन्यायग्रस्तों को न्याय न मिलना तथा इस अपराधियों पर आवश्यक कार्यवाही न होना न्याय प्रणाली के समक्ष इसे बदनुमा दाग समझा जाएगा ?
इतना ही नहीं इसी प्रकार के फर्जीवाडा की शिकायत मध्यप्रदेश बालाघाट स्थित हिन्दुस्तान कापर लिमिटेड,आदानी पावर प्रोजेक्ट तिरोडा,आर टी ओ गोंदिया-चंद्रपुर, आर टी ओ बालाघाट, आरटीओ छिन्दवाडा तथा वेकोलि वनी एरिया वेकोलि वनी नार्थ,वेकोलि बल्लारपुर एरिया,माजरी एरिया, वेकोलि चंद्रपुर एरिया ,नागपुर एरिया में भी अनेक संगीन प्रकरण होने की खबर है।
प्राकृतिक प्रकोप का खतरा
विधि-न्याय विशेषज्ञों के अनुसार “कोई भी चोर अपराध करे तो उसे न्यायालय सजा दिलाए” यदि “न्यायालय ही अपराध करे तो उसे ईश्वर मजा चखाए” की कहावत चरितार्थ हो सकती है । समय का इंतजार करने की जरुरत है। समय आने पर चोर माफिया और अपराधी तत्वों के मामलों मे भी उनके विधिक विशेषज्ञ वकील भी हाथ झटक देते है ?
गुप्ता का पाप का घडा भर जाएगा,उसके उपर प्राकृतिक यानी दैविक प्रकोप की काली छाया मंडराने लगती है।उसी प्रकार इस प्रकरण में दैनिक प्रकोप शुरु होने के आसार नजर आने लगे हैं। महानगर की ट्रवल्स एजेन्सियों मे व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक इस प्रकार अनेक फर्जीवाडा के मामलों को दफनाने मे सहयोग और कानूनी सलाह देने वाले अनेक पुलिस अधिकारियों,आरटीओ,और वेकोलि के अधिकारियों और कर्मियों पर कभी भी नैसर्गिक न्याय की गाज गिर सकती है।