नागपुर: शहर के तमाम पोल पर करीब 1.44 लाख एलईडी लाइटें लगाई गई हैं। इन लाइटों के रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी ठेकेदारों को सौंप दी गई है।
यह लाइटें बिजली का खर्च बचाने में मदद करती हैं। इसके बावजूद शहर की 21 हजार स्ट्रीट लाइटें अब भी एलईडी लगने का इंतजार कर रही हैं। नागपुर महानगरपालिका की बैठकों में कई पार्षदों, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने इस मामले पर चर्चा की है, लेकिन कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
दूसरी ओर, खराब स्ट्रीट लाइटों को बहाल करने के लिए ठेकेदार ज्यादा उत्साहित नहीं हैं। अंत में प्रशासन की इस नाकामी का खामियाजा पीड़ित नागरिकों को ही भुगतना पड़ता है। छत्रपति चौक और दिघोरी के बीच के हिस्से में स्ट्रीट लाइट नहीं है। यही परिस्थिति गोरेवाड़ा में भी है। आठ रास्ता चौक और आॅरेंज सिटी हॉस्पिटल के बीच के क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट नहीं हैं।