इंडियन वुमन साइंटिस्ट एसोसिएशन का जीता प्रथम पुरस्कार
नागपुर: भारत में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले युजर की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है. उतनी ही तेजी से पारिवारिक व सामाजिक संचार प्रभावित हो रहा है. परिवार में व्यक्तिगत संवाद कम हो रहा है. व्यक्ति इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन पर भी इसका असर हो रहा है. नतीजतन लोगों में तनाव, अवसाद निराशा व असुरक्षितता की भावना निर्माण हो रही है.
यह खुलासा सोमलवार हाईस्कूल रामदासपेठ स्कूल के दो छात्र कनिष्क दुबे (कक्षा 9वीं) व अरस्तु दुबे (कक्षा 8वीं) के एक शोध अध्ययन में हुआ है. उन्होंने अपना यह शोध अध्ययन इंडियन वुमन साइंटिस्ट एसोसिएशन (नागपुर चैप्टर) की ओर से आयोजित रिसर्च सर्वे स्टडी में प्रस्तुत किया. उन्होंने स्पर्धा के तहत तय की गई थीम सोशल मीडिया एंड कम्युनिकेशन के अंतर्गत सोशल मीडिया का पारिवारिक संचार पर प्रभाव विषय पर किया. अध्ययन के बाद इन दोनों छात्रों ने शोध कार्य को एसोसिएशन के निर्णायक मंडल के समक्ष प्रस्तुत किया. इस स्पर्धा में नागपुर व विदर्भ के अन्य जिलों की शाालाओं के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया था.
हाल ही में स्पर्धा के नतीजे घोषित किए गए. इसमें कनिष्क व अरस्तु दुबे को अध्ययन प्रथम पुरस्कार पुरस्कार प्रदान किया. उनकी इस उपलब्धि पर शाला की प्राचार्य वैशाली डाखोले व विज्ञान शिक्षक व मार्गदर्शक प्रज्ञा काली व अन्य शिक्षकों ने उनका अभिनंदन किया है.
ऐसे किया शोध अध्ययन
कनिष्क व अरस्तु ने बताया कि उन्होंने शोध कार्य के दौरान उन्होंने स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ ही विविध व्यवसाय व पेशे से जुड़े लोगों को शामिल किया. युवा, गृहणियों व बुजुर्गों का भी समावेश किया था. शोध कार्य में नागपुर व महाराष्टÑ के अलावा देश के दूसरे राज्यों के लोगों को शामिल किया गया था. यह सभी ऐसे लोग थे जो रोजाना 3 घंटे या इससे अधिक समय तक सोशल मीडिया का उपयोग करते है. शोध कार्य को पूरा करने के लिए सर्वे फार्म तैयार किया गया. इसमें 10 प्रश्न पूछे गए थे. इन प्रश्नों के मिले उत्तरों का विश्लेषण कर निष्कर्ष निकाला गया.