– पूर्व जेड आर यू सी सी सदस्य प्रवीण डबली की मांग
नागपुर: 1 फरवरी को देश का बजट 2022-23 पेश होगा। देश के प्रत्येक नागरिक का बजट, देश के बजट पर निर्भर करता है। लिहाजा, इस बार भी देश की जनता को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. हर बार की तरह इस बार भी देश की आम की रेल बजट पर पैनी नजर है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि देश का सिर्फ निम्न और मध्यम वर्ग ही नहीं बल्कि उच्च वर्ग भी ट्रेनों में यात्रा करता है।
कोरोना महामारी के बीच हमने ट्रेनों को रुकते देखा। 3 वर्ष बाद भी उसकी विभीषिका काम नही हुई है। लेकिन ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है। आगामी केंद्रीय बजट में विदर्भ क्षेत्र में रेल विकास की दृष्टि से विशेष पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए। साथ ही ब्रॉडगेज मेट्रो को शीघ्र शुरू किया जाना चाहिए। ज्ञात हो की ब्रॉडगेज मेट्रो का प्रस्ताव जेड आर यू सी सी सदस्य डॉ. प्रवीण डबली ने 2012 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के डी. आर. एम. तत्कालीन महाप्रबंधक को दिया था। साथ ही इस प्रस्ताव को 2014 में केंद्रीय मंत्री बने नितिन गडकरी को भी दिया था। उस प्रस्ताव विस्तृत रूप देकर नितिन गडकरी जी ने 2020 में ब्रॉडगेज मेट्रो की घोषणा की। लेकिन वह अब तक शुरू नहीं हो पाई है।
नागपुर भौगोलिक दृष्टि से भी भारत का मध्य स्थान है व सैन्य दृष्टि से सुरक्षित भी है। यह पिछड़ा क्षेत्र भी है। रेलवे के दो डिवीजन होने से यहां रेलवे के विकास की गति धीमी है। जोन बनाने की मांग भी कई वर्षो से की जा रही है। इसे रेलवे का सेंट्रल हब बनाकर देश के सभी राज्यों को जोड़ा जा सकता है। अत्याधुनिक रेल अस्पताल, कॉलेज, रेलवे प्रशिक्षण संस्था, किसानों के लिए वातानुकूलित वेयर हाउस, सोलर सिटी के रूप में विकास, शहर की दृष्टि से सब स्टेशनों के विकास की जरूरत महसूस की जा रही है। वरिष्ठ नागरिकों की सहूलियतों को पुन लागू करें। नागपुर – दुर्ग के बीच ४थी लाईन बनाने की जरूरत है। तीसरी लाइन का काम भी नियत समय पर पूरा करने की जरूरत है। फास्ट मेट्रो को शीघ्र शुरू करने की जरूरत है। नागपुर को रेलवे का हब बनाकर यहां से सभी बड़े शहरों के लिए ऑरिजनेट ट्रेनों का संचालन किया जाना चाहिए। धार्मिक सर्किट ट्रेनों का संचालन भी नागपुर से करने की मांग डॉ. प्रवीण डबली ने की है।
उसी तरह रेलवे की खाली पड़ी जमीनों का उपयोग भी लोक कल्याण के लिए किए जाने की जरूरत है। रेलवे की जमीन पर अनेक ऐतिहासिक पानी के स्त्रोत उपलब्ध है। नागपुर मंडल में भी 70 बाय 70 व्यास के कुएं मौजूद है। उनके संवर्धन की मांग भविष्य में पानी की जरूरत को देखते हुए की जा रही है।
रेल मंत्री व वित्त मंत्री इस और बजट में ध्यान देगे ऐसी उम्मीद पूर्व ZRUCC सदस्य डॉ. प्रवीण डबली ने की है।