पंजों सहित सभी आन्तरिक अंग गायब , पोस्टमार्टम में कटे पेट से निकली गोली
गोंदिया: घने जंगलों से घिरे जिले के वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे वन्यजीव एक बार फिर शिकारियों के निशाने पर हैं। गोंदिया वनविभाग के नवेगांवबांध वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले सह वनक्षेत्र बाराभाटी के चान्ना बीट के तहत ग्राम इंजोरी में एक भालू को गोली मारकर शिकारियों ने उसके आंतरिक महत्वपूर्ण अंगों को निकाल कर गायब कर लिया।
13 मार्च रविवार के सुबह 9 बजे मामला सामने आने के बाद खेत मालिक ने सूचना वन विभाग कर्मचारियों को दी इस घटना को लेकर वन विभाग व वन्यजीव विभाग में हड़कंप मचा हुआ है वहीं शिकारियों तक पहुंचने के लिए श्वान पथक की मदद जांच दल द्वारा ली जा रही है तथा मुखबिरों के माध्यम से भी शिकारियों के संदर्भ में वन विभाग अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं।
गौरतलब है कि, गोंदिया जिले को निसर्ग का वरदान प्राप्त है तथा घने जंगलों से घिरे वनपरिक्षेत्र में खुले में विचरण करते सहज ही वन्यजीव देखे जाते हैं अब उनके शिकार के मामले सामने आने लगे है।
13 मार्च के सुबह इंजोरी निवासी हेमराज धनीराम शेंडे के खेत के गट क्र. 174 में एक भालू का शव क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया। जानकारी वनविभाग अधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंचे वनाधिकारियों ने पाया कि, भालू का पेट चीरा हुआ था तथा पंजा व चमड़े भी कटे थे और महत्वपूर्ण अंग गायब थे।
यह कयास लगाए जा रहे है कि, किन्ही अज्ञात शिकारियों ने गोली मारकर भालू का शिकार करने के बाद उसके शरीर से अंग निकाल कर शव को खेत में फेंक दिया होगा।
सड़क अर्जुनी के पशुविकास अधिकारी डॉ. एस.बी. वाघाये, पशुधन विकास अधिकारी डॉ. शीतल वानखेड़े ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम किया तो गोली मारकर भालू का शिकार किए जाने की पुष्टि हुई तथा भालू के शव से गोली भी निकाली गई।
मौके से भालू का कटा हुआ शरीर व पंजा पाया गया बाकि सभी आतंरिक अवशेष गायब थे तथा भालू का मांस भी बेचे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बहरहाल इस प्रकरण में अज्ञात शिकारियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 44, 48 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। शिकारियों की तलाश हेतु अब डॉग स्कॉट की मदद ली जा रही है। आगे की जांच विस्तार अधिकारी व सहायक वनसंरक्षक नवेगांवबांध डी.वी. राऊत के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी आर.आय. दोनोड़े कर रहे है।
रवि आर्य