आज़ादी के अमृत महोत्सव में सेवा कार्य से रख रहे मुसाफिरों का ख्याल
गोंदिया। प्रचंड गर्मी के बीच ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिर पेयजल की समस्या से जूझते हैं ऐसे में यात्रियों को उनके ट्रेन के डिब्बों तक शीतल पेयजल उपलब्ध कराने वाले पुलिस जवान किसी देव दूत से कम नहीं । सोचने वाली बात यह है कि ट्रेन में सफर के दौरान धनवान और मध्यवर्ग के यात्री पानी बोतल खरीद कर पीते हैं लेकिन जनरल डिब्बों में सफर करने वाले गरीब मुसाफिरों के लिए पानी पर पैसा खर्च करना मुनासिब नहीं होता ऐसे में प्यासे को पानी पिलाने का कार्य अपने आप में अलग महत्व रखता है लिहाज़ा गोंदिया प्लेटफार्म पर रुकने वाली ट्रेनों में ठंडा पानी पिलाने हेतु रेलवे पुलिस के जवान जुटे हैं जिनके सेवा भाव की तारीफ हो रही है।
आजादी का अमृत महोत्सव यह किसी जाति धर्म का त्यौहार नहीं बल्कि पूरे भारत का उत्सव है , जिसका अर्थ के यह स्वतंत्रता की ऊर्जा का अमृत है इसलिए यह हमें सदैव देश सेवा के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा देता है यहीं कारण है कि स्वतंत्रता के गौरवशाली 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में इस अभियान के तहत कार्यक्रमों की लंबी चौड़ी सूची है।
उक्त उपक्रम के तहत मंगलवार 14 जून से गोंदिया प्लेटफार्म पर रुकने वाली ट्रेनों में ठंडा पानी पिलाने हेतु रेलवे पुलिस के जवान जुटे हैं।
इस निमित्त वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त पंकज चुघ व सहायक सुरक्षा आयुक्त एस.डी देशपांडे के निर्देश पर गोंदिया के अधिकारियों व बल सदस्यों द्वारा भीषण गर्मी में रेल यात्रियों को शीतल जल पिलाकर तृप्त किया गया।
कार्यक्रम की श्रृंखला में स्वच्छता अभियान , रन फार यूनिटी , वृक्षारोपण , योगा, स्कूली बच्चों को मिठाई एवं चॉकलेट का वितरण तथा स्वतंत्रता सेनानियों का सत्कार जैसे अनेक कार्यक्रम किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
ठंडा मतलब मटका कोला, ‘जल सेवा- श्रेष्ठ सेवा ‘ का मूलमंत्र
ठंडा मतलब मटका कोला…?
‘जल सेवा- श्रेष्ठ सेवा ‘ का मूल मंत्र लेकर मटका कोला रेलवे स्टेशन समिति व श्री किराना तेल व्यापारी संघ द्वारा गोंदिया स्टेशन में निशुल्क जल सेवा प्रतिवर्ष भीषण गर्मी के मौसम में की जाती है इस दौरान ट्रेन में यात्रा करने वाले मुसाफिरों को शीतल पेयजल मिल सके इसके लिए मिट्टी निर्मित कुल्हड़ में पानी भरकर यात्रियों के लिए ट्रेन के डिब्बों तक पहुंचा कर सेवादारों द्वारा दिया जा रहा है।
प्रचंड गर्मी को देखते हुए कई व्यवसायी, ग्रहणी व समाजसेवी अपने व्यस्त समय में से कुछ क्षण निकालकर सेवा ग्रुप के रूप में स्टेशन पहुंचते हैं और यह पानी पिलाने का पुनीत कार्य किया जा रहा है।
रवि आर्य