– चार सदस्यीय प्रभाग पद्धति से मनपा चुनाव हो इसके लिए प्रयास शुरू,ऐसा हुआ तो मनपा चुनाव कुछ समय के लिए और टल सकता हैं
नागपुर – सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार सभी चुनाव ओबीसी आरक्षण के साथ हों, नागपुर मनपा की सामान्य वर्ग की 18 सीटें ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसके अलावा खुले वर्ग की 17 सीटें ओबीसी के लिए आरक्षित होंगी। इसलिए भविष्यवाणी की जा रही है कि मनपा चुनाव लड़ने के लिए कई इच्छुकों का गणित बिगड़ सकता हैं ?
चुनाव आयोग ने ओबीसी के लिए आरक्षण के बिना चुनाव करवाने की योजना बनाई थी। इसके अनुसार सामान्य वर्ग में 56 सीटें महिलाओं के लिए और 57 सीटें खुली सामान्य श्रेणी में आरक्षित की गईं। इससे कइयों का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से चुनाव लड़ने के लिए अनुकूल वातावरण समझा जा रहा था। अब ओबीसी आरक्षण के लिए खुले वर्ग की सीटों के लिए बंटवारा किया जाएगा।इस प्रक्रिया से उक्त इच्छुकों को बड़ा झटका लगने वाला है. अब मनपा को ओबीसी के लिए 35 सीटें आरक्षित करनी हैं। मनपा चुनाव में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण के अनुसार सामान्य वर्ग की महिलाओं की 18 सीटें ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
उल्लेखनीय यह है कि उत्तर नागपुर में अनुसूचित जाति के कई लोग सामान्य खुले वर्ग से भी चुनाव लड़ते हैं। यदि ये सीटें ओबीसी के लिए आरक्षित हैं तो ऐसे इच्छुकों को अपना प्रभाग बदलना होगा। कुछ प्रभागों में महिलाओं के लिए दो सीटों में से एक अनुसूचित जाति के लिए और दूसरी सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है।इसके अलावा पुरुषों को सामान्य खुले समूह से चुनाव लड़ने का अवसर मिला। लेकिन अब खुले सामान्य वर्ग की 17 सीटें ओबीसी के लिए रिजर्व होंगी।
यह भी चर्चा है कि राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद वर्तमान में तीन सदस्यीय वार्ड प्रणाली के अनुसार आरक्षण निकाला गया है।ओबीसी के लिए आरक्षण भी उसी के अनुसार निकाले जाने की उम्मीद है। लेकिन, नई सरकार आने के साथ, कुछ ने चार सदस्यीय प्रभाग पद्धति से चुनाव हो इसके लिए प्रयास शुरू कर दिया। यदि चार सदस्यीय वार्ड का निर्णय लिया जाता है, तो चुनाव आयोग को वार्ड के सीमांकन और आरक्षण को फिर से करना होगा। यह चर्चा मनपा के आला अधिकारियों के बीच भी हो रही है.
यदि ऐसा हुआ तो इसका सीधा फायदा भाजपा को ही होना तय हैं.कांग्रेस फ़िलहाल गुटबाजी के मसले में उलझी हुई है,वे एकजुट होकर चुनाव लड़ने के बजाय ‘मेरा-तेरा’ का राग आलाप एक-दूसरे के उम्मीदवारों को घर बैठाने में सक्रिय नज़र आएंगे।बसपा,एनसीपी,सेना,रिपा के पास चार सदस्यी प्रभाग पद्धत से चुनाव लड़ने के लिए सक्षम उम्मीदवारों का भारी तोटा हैं.
चार सदस्यी प्रभाग पद्धत से चुनाव लेने के निर्णय उपरांत पुनः प्रभाग रचना की जाएगी,आरक्षण में भी बदलाव होगा और प्रभाग की संख्या भी कम हो जाएगी।तीन सदस्यी मनपा चुनाव प्रक्रिया के तहत 52 प्रभाग का गठन किया गया था,लेकिन अगर चार सदस्यी प्रभाग पद्धत से चुनाव करवाया गया तो प्रभाग की संख्या 39 होगी। अगर ऐसा हुआ तो मनपा चुनाव कुछ समय के लिए और टल सकता हैं.