– 17 इलेक्ट्रिक बसें में से दस सड़कों पर चल रही,इनमें से तीन बसें ऑपरेटर-मुक्त हैं
नागपुर – महानगरपालिका को 17 इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं जिनमें से दस सड़कों पर चल रही हैं.इनमें से तीन बसें ऑपरेटर – मुक्त हैं और टिकट के लिए ‘डिजिटल पैसे’ का लेनदेन करती हैं। इस बस में बहुत से लोग बस में बैठे हैं क्योंकि उनके पास इस लेनदेन के लिए आवश्यक स्वाइप कार्ड नहीं है। चूंकि इसमें कोई वाहक नहीं है,यात्री मुफ्त यात्रा का आनंद ले रहे हैं। सूत्र ने बताया कि मनपा को प्रति किलोमीटर 20 रुपये का नुकसान हो रहा है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शहर को 17 इलेक्ट्रिक बसें मिलीं। इसका उद्घाटन केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया। इनमें से तीन बसें ‘बिना वाहक'(ड्राइवर) वाली हैं। बेशक, टिकट के लिए कंडक्टर की सुविधा नहीं है, लेकिन बस मशीन में आपको ‘चलो ऐप कार्ड’ का उपयोग करना होगा। लेकिन मनपा ने इन तीनों बसों को ‘चलो ऐप कार्ड’ के बारे में कोई जन जागरूकता किए बिना शुरू किया। इसलिए नागरिकों के पास ‘चलो ऐप कार्ड’ नहीं है। चूंकि बस में कंडक्टर नहीं है, इसलिए नागरिकों को पता नहीं है कि मशीन का क्या करना है। इसलिए नागरिकों को इस बस में मुफ्त यात्रा करने का शानदार अवसर मिला है।
वर्तमान में मनपा को साधारण बस से यात्रा करने पर 24 रुपये प्रति किलोमीटर की आय होती है। लेकिन इस बस से होने वाली आय नगण्य है। केवल कुछ लोगों के पास ‘चलो ऐप कार्ड’ है। इसलिए मनपा को इस बस से महज चार रुपये प्रति किमी मिल रहा है। बेशक मनपा को 20 रुपये प्रति किलोमीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। पहले भी ‘स्कैनिया’ की ‘एथनॉल’ से चलने वाली बसें शहर में चल रही थीं। इस बस में नागपुरकर भी सवार थे। लेकिन महानगर पालिका कंपनी को भुगतान नहीं कर पाई। इसलिए कंपनी ने बसों को वापस ले लिया। अब मनपा ने इलेक्ट्रिक बसों में ‘चलो ऐप कार्ड’ की सुविधा देने का फैसला किया है और इससे नुकसान हो रहा है। नतीजतन, इस बस की हालत स्कैनिया की एथेनॉल बस जैसी नहीं होनी चाहिए,ऐसी आशंका जता रहे हैं !
उल्लेखनीय यह है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्वतंत्रता दिवस पर इलेक्ट्रिक बस यात्रा के लिए चलो ‘ऐप कार्ड लॉन्च’ किया। शहर में तीन डिजिटल बसें शुरू की गईं। इसकी तुलना में, बड़ी संख्या में नागरिकों को चलो कार्ड वितरित किए जाने की उम्मीद थी। लेकिन अब तक केवल 40 नागरिकों के पास ही ‘ऐप चलो कार्ड’ हैं। इस इलेक्ट्रिक बस में केवल चालीस नागरिक ही यात्रा करने के पात्र हैं। हालाँकि, अन्य नागरिक वर्तमान में नि: शुल्क यात्रा कर रहे हैं।