– री-प्रोसेसिंग कर बालू,ईंट,आई ब्लॉक तैयार की जाएगी
नागपुर – नागपुर शहर में ध्वस्त मकानों के निर्माण सामग्री, मलबे को दोबारा उपयोग कर बालू, ईंट,आईब्लॉक आदि का उत्पादन किया जा रहा है.नागपुर मनपा ने यह काम एक निजी कंपनी को सौंपा है। इस प्रकल्प का निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद री-प्रोसेसिंग शुरू होगी। कंपनी ने फिलहाल सड़क किनारे पड़े मलवा, निर्माण सामग्री को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है।
हैदराबाद की ‘सी एंड डी वेस्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’ को शहर में गिरे हुए घरों और अपशिष्ट निर्माण सामग्री के मलबे को रि-साइकिल करके रेत, ईंट, आईब्लॉक के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। इस कंपनी को मनपा द्वारा कोई शुल्क नहीं दिया जाएगा। भांडेवाड़ी में एक री-साइक्लिंग प्लांट स्थापित किया जाएगा, और नगर निगम ने कंपनी को पांच एकड़ जमीन दी है। दिसंबर तक प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा। यह कंपनी प्रतिदिन लगभग 200 टन मलबा, निर्माण सामग्री के कचरे का प्रसंस्करण करेगी। इससे निर्माण के लिए आवश्यक रेत, ईंटें, आईब्लॉक, टाइलें बनाई जाएंगी। कंपनी शहर से इस कचरे को इकट्ठा करने के लिए पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करेगी।
इस परियोजना से शहर में सड़कों के किनारे, खुले स्थान, रिहायशी इलाकों में निर्माण सामग्री की बर्बादी, निर्माण सामग्री की बर्बादी कम होगी। इससे शहर को स्वच्छ रखने में मदद मिलेगी। नगर पालिका द्वारा नियुक्त इस संचालक कंपनी ने सबसे पहले शहर के सभी हिस्सों का सर्वे किया।