45 हजार 711 किमी.की करेंगे साइकिलिंग, अब तक 21 हजार 250 किमी. का पड़ाव किया पूरा
गोंदिया: यदि लक्ष्य को हासिल करना है तो उसके लिए ज़ुनून जरूरी है क्योंकि एक महत्वाकांक्षी और जिद्दी व्यक्ति ही असंभव को संभव कर सकता है ?
नागपुर का 51 वर्षीय साइकिलिस्ट दिलीप भारत मलिक यह साइकिल से देश का भ्रमण करने निकल चुका है समाज में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर देशवासियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक अनूठी भारत भ्रमण साइकिल यात्रा उन्होंने शुरू की है। हालांकि सामाजिक संदेश देने के साथ-साथ वह प्रतिष्ठित लिम्का और गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने की कोशिश भी कर रहे हैं।
नगर निगम के धरमपेठ अंचल में सफाई कर्मी दिलीप ने 26 जनवरी 2022 को वैराइटी चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से 45 हजार 711 किलोमीटर की इस महत्वाकांक्षी साइकिल यात्रा की शुरुआत की थी।
महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के माध्यम से 21 हजार 250 किमी के पहले चरण को 7 महीने और 5 दिनों में पूरा करने के बाद, यह उप राजधानी में नागपुर से दूसरे चरण के लिए रवाना हुए और वे 12 सितंबर रविवार को गोंदिया पहुंचे इस दौरान ‘ सायकलिंग संडे ग्रुप ‘ द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों ने दिलीप मलिक की हौसला अफजाई की ।वह फिर से अपने देश यात्रा के लिए दक्षिण भारत के लिए रवाना हो गए हैं।
पीठ पर 15 किलो का भार , साइकिल पर तिरंगा
यात्रा पर निकले इस शख्स को ज्यादा आराम नहीं परंतु मन आनंदित अवश्य है इस यात्रा के दौरान वह दिन-रात अपनी साइकिल की सवारी करते हैं, अपनी साइकिल पर तिरंगा झंडा और अपनी पीठ पर 15 किलो का भार जिसमें ठंडी के मौसम के लिए एवं बरसात के लिए कपड़े वह इसी बैग में लेकर सफर तय कर रहे हैं।
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, ढाबे या कहीं भी भोजन और विश्राम करने के बाद अपनी अगले दिन की यात्रा शुरू करते हैं।
भरत मलिक ने कहा- यह शेष चरणों में भारत के अन्य राज्यों का वह दौरा करेगा तथा साइकिल यात्रा को अगले कुछ महीनों में पूरा करने के बाद अपने नागपुर में 31 मार्च 2023 तक लौटने की उन्होंने योजना बनाई है।
विशेष उल्लेखनीय है कि 51 वर्षीय दिलीप इस साइकिल यात्रा के माध्यम से पेड़ पौधों की रक्षा , पर्यावरण की सुरक्षा , स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश जन जन तक पहुंचा रहे हैं ,साथ ही भारतीयों को स्वस्थ और फिट रहने के लिए वे साइकिलिंग के लिए जागरूक कर रहे हैं।
इस भारत भ्रमण यात्रा के माध्यम वह “लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” और “गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स” के लिए नाम दर्ज कराने का प्रयास करेंगे।
रवि आर्य