गुजरात के मोरबी में रविवार शाम को हुए दर्दनाक हादसे में अभी तक 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मच्छु नदी पर हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में बीजेपी सांसद के मोहन भाई कुंदरिया के भी 12 रिश्तेदारों की मौत हो गई है. वहीं मरने वालों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. मौके पर थलसेना, वायुसेना, नौसेना औऱ NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हुई हैं.
बीजेपी सांसद मोहनभाई ने कहा कि इस हादसे में हमने मेरी बहन के जेठ यानी मेरे जीजा के भाई की 4 बेटियों, 3 जमाई और 5 बच्चों को खो दिया है. यह काफी दुखद है. राजकोट से सांसद मोहनभाई ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है. मैं कल शाम से यहीं पर हूं. 100 से ज्यादा लोगों की बॉडी मिल चुकी है. पुल खोलने की परमिशन न लेने के मामले पर उन्होंने कहा कि यहां कई अधिकारी मौजूद हैं. जिसकी गलती होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा. मोहनभाई कुंदरिया ने कहा कि इस हादसे की सच्चाई 100 फीसदी सामने आएगी. क्योंकि इस मामले में पीएम मोदी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं. रातभर वह फोन पर इसकी जानकारी लेते रहे.
वहीं गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि मोरबी में अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. कल शाम 6.30 बजे झूलता हुआ पुल टूट गया. रविवार को यहां लोग परिवार के साथ घूमने आए थे. तभी ये हादसा हो गया. इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम, एंबुलेंस, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई. स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू में मदद की. इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आसपास का प्रशासन भी मौके पर पहुंचा. पूरी रात रेस्क्यू अभियान चला. कैसे मृतकों के परिजनों को घायलों को मदद पहुंचाई जाए, इसके लिए काम किया गया. जानकारी के मुताबिक रेनोवेशन के महज 4-5 दिन बाद ब्रिज के दोबारा खुलने के बाद यह भयावह हादसा होने पर प्रशासन सवालों के घेरे में है. एक अधिकारी का कहना है कि एक निजी फर्म को ब्रिज की मरम्मत का काम सौंपा गया था. 7 महीने के रिनोवेशन वर्क के बाद ब्रिज को आम जनता के लिए दोबारा खोला गया था. लेकिन नगर निगम की ओर से ब्रिज को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था.