वंदे मातरम से गूंजा फ्रीडम पार्क
नागपुर: आदिवासी दुर्गम क्षेत्र के करीब ३५० विद्यार्थियों ने मेट्रो ट्रेन में यात्रा कर कस्तूरचंद पार्क, खापरी व झीरो माइल स्टेशन तथा फ्रीडम पार्क का अवलोकन किया। महाराष्ट्र के अतिदुर्गम आदिवासी क्षेत्र के एकल विद्यार्थियों ने मेट्रो सफर के दौरान बेहद ख़ुशी जाहिर की। यात्रा के दौरान खाडीमार ग्राम निवासी एकल विद्यालय की कक्षा ६ वी की छात्रा समीक्षा खलाल का १२ वां जन्म दिवस ट्रेन में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। समीक्षा ने कहा की आज का दिन मेरे लिए सबसे बड़ा ख़ुशी का दिन है, कि मेरा बर्थडे मेट्रो ट्रेन में सहपाठी और गुरुजनों के साथ मनाया गया। यात्रा में नासिक, गडचिरोली, चंद्रपुर, गोंदिया, भंडारा आदि जिले के कक्षा चौथी से लेकर आठवी के विद्यार्थी शामिल थे।
बच्चों ने मेट्रो सफर की शुरुआत कस्तूरचंद पार्क से प्रारंभ की। प्लेटफार्म पर एकत्रित हुए बच्चे मेट्रो ट्रेन को देख ख़ुशी से झूम उठे। तालियां बजाकर बच्चों ने प्लेटफार्म पर आ रही ट्रेन का स्वागत किया। मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारियों ने सफर के दौरान मेट्रो से संबंधित जानकारी बच्चों को दी। एकल विद्यालय परतवाड़ा के कक्षा ४ थी के छात्र कुणाल कासदेकर और आलापल्ली विद्यालय की छात्रा समीक्षा खेकरे का कहना था, कि उन्होंने पहली बार मेट्रो ट्रेन देखी और उसमें बैठने का मजा मिला। बच्चों की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए एकल विद्यालय के करीब २० शिक्षक, शिक्षिकाएं और सहयोगी मेट्रो यात्रा में शामिल थे। खापरी मेट्रो स्टेशन की इमारत और परिसर में बच्चों की किलकारी गूंजती रही। खापरी से बच्चों ने वापसी यात्रा झीरो माइल तक की।
झीरो माइल स्टेशन देखने के बाद बच्चे फ्रीडम पार्क पहुंचे। फ्रीडम पार्क के दालान में बच्चों ने प्रार्थना, वंदना और देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर उपस्थितों में जोश भर दिया। आलापल्ली एकल अभियान प्रमुख श्री नरेश गटमवार, श्री महेश बुरमवार, श्री संजू चौधरी, श्रीमती संगीता मड़ावी, श्रीमती आमटे ने चर्चा के दौरान बताया की सुदूर वन क्षेत्रों में बच्चों को शिक्षित करने के लिए एकल विद्यालय खोले गए है।
पुरे देश में एक लाख से अधिक एकल विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय में प्राथमिक शिक्षा के साथ ही स्वास्थ शिक्षा, ग्राम विकास जैसे अन्य कई विषयो की शिक्षा प्रदान की जाती है।