नागपुर: शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सोमवार को वाडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोंडखैरी इलाके के पास दो व्यक्तियों की नृशंस हत्या कर दी गई। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना को खुफिया विभाग की नाकामी कहना गलत नहीं होगा।
मृतकों की पहचान योगेश मेश्राम और सलमान उर्फ महेश गजभिये के रूप में हुई है। दोनों भीवसेन खोरी परिसर के निवासी थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मेश्राम और गजभिये भीवसेन खोरी इलाके में शराब तस्करी गतिविधियों के लिए कुख्यात थे। ये दोनों गोंडखैरी इलाके से शराब की तस्करी करते थे और अपने आसपास के इलाके में इसे बेचते थे। बीते कई वर्षों में, उनका व्यवसाय फला-फूला और उनके नए प्रतिद्वंद्वी भी सामने आते गए।
पुलिस का अनुमान है कि इन प्रतिद्वंद्वियों में से कुछ ने क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को कम करने के लिए मेश्राम और गजभिए पर हमला किया। जब दोनों भिवसेन खोरी की ओर जा रहे थे, तब धारदार हथियारों से लैस कुछ हमलावरों ने उन पर जानलेवा हमला किया और उन्हें घटनास्थल पर ही मार डाला। दोनों को मेयो अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वाडी पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या से संबंधित विविध धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच की जा रही है।