नागपुर: पुलिस की अनुमति के बगैर रैली निकालकर तलवार का प्रदर्शन करना युवकों को महंगा पड़ा. तहसील पुलिस ने छत्रपति शिवाजी की जयंती के मौके पर हथियार लहराने वाले 9 युवकों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया है.
19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर हिंदवी स्वराज्य ग्रुप ने पारडी की रामभूमि सोसाइटी से रैली निकाली थी. इसमें 70-80 युवकों ने दोपहिया पर सवार होकर कई इलाकों में भ्रमण किया था. रैली में डीजे भी बज रहा था. कुछ युवक डंडे और तलवार लहरा कर नारेबाजी कर रहे थे. उन्होंने इसकी वीडियो क्लिपिंग भी बनाई, उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया. यह
स्थानीय पुलिस की ढिलाई उजागर
इस घटना के बाद से सभी थानेदारों को रैली तथा दूसरे आयोजनों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. उन्हें किसी भी तरह के आयोजन में हथियार का प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ तत्काल- सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है. इस प्रकरण से स्थानीय पुलिस की ढिलाई भी सामने आई है. उसे घटना तत्काल पता नहीं चल पाई. वीडियो वायरल होने के बाद ही पुलिस हरकत में आई.
रैली मोमिनपुरा से होते हुए महल के गांधी गेट की शिवाजी प्रतिमा के पास समाप्त हुई. मोमिनपुरा में नारेबाजी लगाते हुए तलवार तथा डंडे लहराने का वीडियो वायरल होने से पुलिस भी हरकत में आ गई. पुलिस ने वीडियो की जांच की तो युवकों द्वारा बगैर अनुमति के रैली आयोजित किए जाने का पता चला. पुलिस तत्काल हरकत में •आ गई. उसने पड़ताल आरंभ की. इस रैली अनिकेत पंचबुधे, आशिष अंबुले, आदित्य
सिंगनजुड़े, राकेश साहू, कुंदन तायडे, रजत अंबोली, योगेंद्र बागड़े, अर्पण गोलपे और सुमित तांबे तथा नचिकेत कुचेकर प्रमुख रूप से शामिल हुए. पुलिस ने नचिकेत को छोड़ अन्य सभी को हिरासत में ले लिया. आदित्य तथा राकेश डीजे ऑपरेटर हैं. कुंदन, रजत, योगेंद्र और अर्पण ने तलवार लहराई थी. आरोपियों के खिलाफ तहसील थाने में दंगा और हथियार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है.