गोंदिया। गोंदिया जिले के बहुतांश मोबाइल यूजर्स 20 जुलाई गुरुवार की सुबह उस समय हैरान हो गए जब उनके मोबाइल पर अलर्ट लिखा मैसेज आया।
‘ आप वर्तमान में वायरलेस आपातकालीन अलर्ट प्राप्त कर रहे हैं क्या आप वायरलेस आपातकालीन अलर्ट प्राप्त करना जारी रखना चाहेंगे ? हिंदी अंग्रेजी मराठी भाषा में इसी प्रकार का मैसेज मिलने पर मोबाइल यूजर्स सोचने को मजबूर हो गए कि आखिर यह मैसेज है क्या ? और इसे ‘ Yes ‘ करें ‘ या ‘ NO ‘ ?
बताया जाता है कि टेलीग्राम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा देश के 20 राज्यों के लोकेशन पर यह मैसेज भेजा गया है। इंटीग्रेटेड अलर्ट एवं वार्निंग सिस्टम द्वारा भेजा गया मैसेज उन मोबाइल यूजर्स तक पहुंचा जिनके ऑपरेटर्स ने वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम में रजिस्टर करवाया हुआ है।
जानकारों की मानें तो यह मैसेज टेस्ट करने के लिए भेजा गया था।
कोई राष्ट्रीय विपदा खासकर इमरजेंसी के दौरान तेज आवाज के साथ भेजे गए अलर्ट मैसेज जिसमें तेज वाइब्रेशन भी होता है , फोन कोई भी मोड पर हो तेज आवाज के साथ दो बार अलर्ट मैसेज टोन बजता है।
हालांकि लोग चाहकर भी 30 सेकंड तक खुद को मैसेज से बाहर नहीं रख सकते यह मैसेज आएंगे ही ?
बताया जाता है कि सरकार ने इंडियन वायरलेस टेलीग्राफी ( सेल बोर्ड कॉस्टिंग सर्विस फॉर डिजास्टर अलर्ट ) रूल्स 2023 जारी करते इसके तहत कुछ अनिवार्य नियम लाए हैं यह नियम लागू हो गए हैं इसके तहत सरकार की ओर से भेजे गए मैसेज का अलर्ट कम से कम 30 सेकंड तक बजेगा साथ ही भेजे गए मैसेज को पढ़े बिना स्क्रीन पर कुछ नहीं कर पाएंगे , क्योंकि जब तक मैसेज नहीं पढ़ा जाएगा तब तक स्क्रीन से मैसेज नहीं हटेगा ?
खास बात यह है कि डिजास्टर अलर्ट को फोन पढ़कर भी सुनेगा।
बताया जा रहा कि 6 महीने के बाद ब्रॉडकास्टिंग मैसेज वाले फोन का भी प्रोडक्शन कंपनियां करेंगी चाहे वह स्मार्टफोन हो या फीचर फोन उस पर मैसेज दिखना चाहिए।
रवि आर्य
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