गोंदिया। एक्सप्रेस ट्रेनें गांजा तस्करी का साधन बन गई है।
नशे के सौदागर नशीले पदार्थों की खेप एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचाने के लिए ट्रेन का इस्तेमाल कर रहे है तथा ये गांजा तस्कर इन नशीले पदार्थों को प्लास्टिक की थैलियों में अच्छी तरह से टैपिंग पैक कर उन्हें बैग में भरकर ट्रेन की बोगी या बाथरूम में छोड़ देते है।
गोंदिया आरपीएफ पुलिस ने ट्रेन में लावारिस अवस्था में पड़े बैग से नशे की बड़ी खेप बरामद की है।
दरअसल हुआ कुछ यूं कि 22 जुलाई शनिवार को आरपीएफ पोस्ट गोंदिया के प्रभारी निरीक्षक वी.के. तिवारी के नेतृत्व में जवानों द्वारा गोंदिया रेलवे स्टेशन परिसर व यात्री गाड़ियों में अवैध रूप से मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु विशेष निगरानी एवं चेकिंग करते हुए ऑपरेशन नार्कोस चलाया जा रहा था।
इस दौरान टीम को गांजा तस्करी के संदर्भ में गोपनीय जानकारी मिली जिसके बाद ट्रेन गाड़ी संख्या क्रमांक 12843 पुरी-अहमदाबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस जैसे ही दोप. 3.10 बजे गोंदिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर. 3 पर पहुंची तो गाड़ी के पीछे गार्ड बोगी से तीसरे जनरल डिब्बे को चेक करते हुए एक चमकीले हरे रंग का ट्रॉली बैग संदिग्ध व लावारिस हालत मे बरामद किया गया ।
उक्त बैग के बारे में कोच में बैठे यात्रियों से पूछताछ करने पर किसी भी यात्री द्वारा बैग के मालिक के बारे में कोई जानकारी नही दी गई। तत्पश्चात कार्यवाही करते हुए नियमानुसार उक्त बैग को राजपत्रित अधिकारी विकास सोनवाने, अपर तहसीलदार गोंदिया व उपस्थित पंचो के समक्ष खोलकर देखा गया व बारीकी से जांच की गई तो उसमें सेलो टेपिंग किए हुए खाकी रंग के 4 पैकेट (दो बड़े व दो छोटे) पाए गए।
जांच करने पर तीक्ष्ण गंध वाला गांजा जैसा मादक पदार्थ पाया गया। उक्त बरामद लावारिस ट्रॉली बैग को गांजे के चारो पैकेट्स सहित आरपीएफ पोस्ट गोंदिया लाया गया व उक्त अधिकारियों व गवाहों के समक्ष उसका वजन मापते हुए उसमें से नमूना ( सेंपल ) निकालकर बाकी बंडल को सील किया गया तत्पश्चात बैग व बंडलों को कानूनी कार्यवाही हेतु दस्तावेजों सहित जीआरपी गोंदिया को सुपुर्द किया गया।
बरामद किये गए अच्छी क्वालिटी के गांजा का कुल वजन 6 किलो 640 किलो है जिसका वर्तमान बाजार मूल्य लाखों में है।
बहरहाल गोंदिया रेलवे पुलिस ने मामला दर्ज करते इस बात की जांच पड़ताल शुरू कर दी है कि इस गांजा तस्करी के सिंडिकेट में किस गिरोह का हाथ हो सकता है।
रवि आर्य