अरबपति कारोबारी और वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव रहते हैं और आए दिन कुछ न कुछ दिलचस्प पोस्ट करते रहते हैं. खासकर वे अपने जीवन से जुड़े घटनाक्रमों के बारे में बताते हैं, लेकिन अपने ताजा पोस्ट में उन्होंने एक राष्ट्र के निर्माण में उद्योगपतियों की भूमिका पर प्रकाश डाला है. उन्होंने उद्यमियों की अहमियत को बयां करते हुए अपनी पोस्ट में लिखा, ‘राजनेता देश का नेतृत्व करते हैं, लेकिन उद्यमी इसे बनाते हैं.’
एक्स पर शेयर किया लंबा पोस्ट Anil Agarwal ने ट्विटर (अब X) पर एक लंबा सा पोस्ट शेयर किया है और इसके साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की है. अनिल ने इसमें लिखा है कि जब मैं अमेरिका (US), ब्रिटेन (UK), जापान (Japan) या फिर किसी और लोकतांत्रिक देश को देखता हूं, तो मुझे इस बात का एहसास होता है कि जहां राजनेता देश का नेतृत्व और सशक्तिकरण करते हैं, वहीं उद्यमी इसे बनाते हैं. वेदांता चेयरमैन ने अपनी इस राय के लिए अमेरिका का उदाहरण भी दिया.
5 उद्यमियों ने बनाया अमेरिका! सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल इस पोस्ट (Viral Post) में अमेरिका का उदाहरण देते हुए अरबपति कारोबारी ने कहा कि अमेरिका का निर्माण 5 उद्यमियों ने किया है. इनमें रॉकफेलर (Rockefeller), एंड्रयू कार्नेगी (Andrew Carnegie), जेपी मॉर्गन (JP Morgan), फोर्ड (Ford) और वेंडरबिल्ट ( Vanderbilt) शामिल हैं. इन सभी उद्यमियों ने अपनी अधिकांश संपत्ति परोपकार के माध्यम से दान कर दी, जिसके अमेरिका को बनाने में मदद मिली. अनिल अग्रवाल के इस पोस्ट को खबर लिखे जाने तक 90,000 से ज्यादा व्यूज मिल चुके थे.
भारत में घरेलू उद्यमियों को कम आंकना समस्या
अमेरिका, ब्रिटेन और जापान जैसे देशों का उदाहरण देते हुए अनिल अग्रवाल ने भारत को लेकर भी बड़ी बात कही. उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ‘हमारे भारत में, घरेलू उद्यमियों की भूमिका को कभी-कभी कम करके आंका जाता है. लेकिन, वे देश के लिए जो कर सकते हैं और जो सोच सकते हैं, वह और कोई भी नहीं कर सकता. वे विदेशी टेक्नोलॉजी और फंडों के साथ मजबूत गठजोड़ कर सकते हैं और हर किसी की समृद्धि के लिए आवश्यक धन पैदा करने के मामले में ये हमारा सर्वोत्तम दांव हो सकते हैं.
कारोबारियों पर भरोसा करना जरूरी
पोस्ट के अंत में उन्होंने कहा कि अगर घरेलू उद्यमियों की कमाई होगी, तो वे अमेरिकी उद्यमियों की तरह से ही परोपकार के माध्यम से कमाई का हिस्सा दान करना चाहेंगे. वेदांता चेयरमैन ने आगे लिखा, ‘सरकार को घरेलू कारोबारियों को अधिक सम्मान और मान्यता देनी चाहिए, जिससे उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा.’ अनिल अग्रवाल ने कहा कि मेरी धारणा यह है कि वे मुकदमेबाजी, ऑडिट और लंबी सरकारी प्रक्रियाओं से डरते हैं. उद्यमियों पर भरोसा करना और लाभ देना महत्वपूर्ण है. प्रत्येक लोकतांत्रिक देश जो अमीर बन गया है, उसने ऐसा इसलिए कर पाया है क्योंकि उन्होंने उद्यमियों पर अपना विश्वास रखा है और उन्हें मान्यता दी है और प्रेरित किया है.