गोंदिया। पहले चरण के गोंदिया भंडारा लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे , 27 मार्च को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था , आखिरी दिन में 35 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है जिसमें कांग्रेस , बीजेपी, लोक स्वराज पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (ए ), वंचित बहुजन आघाड़ी के बागियों का भी समावेश है। पूर्व विधायक सेवकभाऊ निर्धन वाघाये ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के तरफ से नामांकन दाखिल किया हालांकि उन्होंने ए ओर बी फॉर्म नहीं जोड़ा है।
उसी प्रकार भाजपा से विनोद काशीराव बडोले ने नामांकन दाखिल किया लेकिन A व B फॉर्म नहीं जोड़ा है। इसके अलावा सोमदत्त ब्रह्मानंद करंजेकर ने बीजेपी से नामांकन फार्म दाखिल किया है लेकिन A व B फॉर्म नहीं जोड़ा है।
विलास बाबूराव लेंडे ने लोकस्वराज पार्टी से नामांकन दाखिल किया है लेकिन A तथा B फॉर्म नहीं जोड़ा है।
के. एल. रामटेके ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (आ) से नामांकन दाखिल किया है लेकिन A व B फॉर्म नहीं जोड़ा है। प्रदीप ढोबले ने वंचित बहुजन आघाड़ी से नामांकन दाखिल किया है लेकिन A व B फॉर्म नहीं जोड़ा है। हालांकि इन उम्मीदवारों ने नामांकन के साथ नियमनुसार A ओर B फॉर्म नहीं जोड़ा है ऐसे में ये विड्राल नहीं लेते तो निर्दलीय कहलाएंगे , फिलहाल भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों पर भी संकट बना हुआ है , समाप्त नहीं हुआ है।
बागियों का कहना है हम तो जनता के बीच जाएंगे और अपनी बात रखेंगे निश्चित रूप से मतदाताओं का साथ हमें मिलेगा ।
बागियों के नामांकन दाखिल करने और राजनीतिक उठा-पटक से कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों को खतरा हो सकता है ? बता दें कि इस राजनीतिक घटनाक्रम से चुनाव में होने वाले लाभ और हानि पर कांग्रेस तथा भाजपा दलों में मंथन शुरू हो गया है।
चुनाव रणभूमि में डटे अन्य निर्दलीयों में चेतराम दशरथ कोकासे , सूर्यकिरण ईश्वर नंदागवली , शरद मार्तंड इटवले, अरुण नागौराव गजभिए , तुलसीराम उड़कुड़ा गेडाम, श्यामराव अमृत खड़ोदे , रामचंद्र अर्जुन आगासे , एड. धनंजय श्यामलाल
राजाभोज , गिरीश राजाराम तांडेकर , ओमप्रकाश सोमाजी रहांगडाले , केशव रामदास कहालकर , सतीश सदाराम बन्सोडे , नरेश बालकृष्ण गजभिए , मुनेश्वर दौलत काटेखाये , उमाजी यादोराव बिसेन , सुमित विजय पांडे , वीरेंद्र कुमार कस्तूरचंद जायसवाल , विलास जियालाल राऊत , अजय कुमार भारतीय इनका समावेश है।
14 पार्टियों के उम्मीदवारों में होगी भिड़ंत
चुनावी रणभूमि में जो पार्टीयां डटी हुई है ऐसी 14 पार्टी उम्मीदवारों के बीच भिड़ंत देखने को मिलेगी ।
जिनमें सुनील बाबूराव मेंढे (बीजेपी) , प्रशांत यादवराव पडोले (कांग्रेस) , संजय भैया कुंभलकर (बहुजन समाज पार्टी) , संजय गजानन केवट (वंचित बहुजन आघाड़ी) , योगेश्वर ज्ञानेश्वर नारनवरे (भीम सेना) , शरद दहीवले (पीपुल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया , डेमोक्रेटिक) , अजयकुमार रामाराव चेल्लिबोइना (अखिल भारतीय परिवार पार्टी) , युगकुमार मधुकर पंचबुद्धे (देश जनहित पार्टी) , सुजीत गंगाधर ऊईक (बलिराजा पार्टी) , शांताराम विट्ठोबा जड़ते ( बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी) , रतन संपत सुखदेवे (बहुजन मुक्ति पार्टी) , देवीलाल सुखराम नेपाले (पीपुल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया, डेमोक्रेटिक) , विट्ठोबा सोमाजी करंडे (भारतीय शक्ति चेतना पार्टी) , बेनीराम रामचंद्र फुलबांधे (अभिनव भारत जनसेवा पक्ष) के उम्मीदवारों का समावेश है इस तरह कुल 39 उम्मीदवार मैदान में है। 28 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच (स्कूटनी) होगी , 30 मार्च को उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि है तथा मतदान 19 अप्रैल को होगा।
रवि आर्य