गोंदिया। जिला खानीकर्म विभाग अधिकारियों के अभयदान से रेत माफियाओं के हौसले बढ़ चुके हैं।रेती घाटों पर रेती उत्खनन पर पूरी पाबंदी होने के बावजूद भी अवैध खनन कर उसका परिवहन करते हुए रेती की तस्करी की जा रही है।
बता दें कि गोंदिया जिले के तिरोड़ा तहसील के कई रेत खदानों की नीलामी तो नहीं हुई है लेकिन यहां बड़े पैमाने पर रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन की शिकायतें मिल रही थी।
इन्हीं शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए रेत माफियाओं पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से गोंदिया कलेक्टर प्रजीत नायर और जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे के द्वारा संयुक्त कार्रवाई शनिवार 11 जनवरी को की गई।जब टीम वैनगंगा नदी घाट के मौके पर पहुंची तो अफरातफरी मच गई ,
लगभग 1 घंटे तक चले छापामारी अभियान के दौरान कार्रवाई करते हुए 7 पोकलैंड मशीन , 4 टिप्पर और 6500 ब्रास रेती के बड़े भंडारण पर भी जब्ती की कार्रवाई की है।
बरामद किए गए 6500 ब्रास रेती और मशीनरी का मूल्य करोड़ों में बताया जाता है।
बड़ी कार्रवाई रेत माफियाओं पर कसा शिकंजा
अवैध खनन के खिलाफ की गई इस बड़ी कार्रवाई से बालू कारोबारी खासी दहशत में है। विशेष उल्लेखनीय के तिरोड़ा राजस्व विभाग और पुलिस विभाग को सबंधित ग्राम पंचायतों के नागरिकों की ओर से लगातार ये शिकायतें की गई थी कि तिरोड़ा तहसील में वैनगंगा नदी पर रेत खदान से 24 घंटे अवैध खनन और परिवहन हो रहा है लेकिन कोई योग्य कार्रवाई न होता हुआ देख इसकी सूचना गोंदिया कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को दी गई ।
आला अधिकारियों से छापामार कार्रवाई के निर्देश मिलते ही भेस बदलकर राजस्व और पुलिस अधिकारीयों की टीम द्वारा यहां घाट क्रमांक 1 और घाट क्रमांक 2 पर रेड डाली गई और पाटिलटोला स्थित भंडारण डिपो निकट अवैध रूप से रखी गई 6500 ब्रास रेती साथ ही अवैध उत्खनन में इस्तेमाल की जा रही 7 पौकलेंड मशीन और रेती के अवैध परिवहन में उपयोग आने वाले 4 टिप्पर भी जब्त किए गए।
उक्त कार्रवाई में तहसीलदार नारायण ठाकरे , नायब तहसीलदार मोहोरकर , मंडल अधिकारी सहित पटवारी श्रीमती पटले , आनंद भूते , सुजीत पवार , तहसील कार्यालय क्लर्क कुर्वे , ठाकरे , राजस्व कर्मचारी , तिरोड़ा थाना पुलिस निरीक्षक अमित वानखेड़े आदि ने हिस्सा लिया।
रवि आर्य