Published On : Wed, Sep 28th, 2016

धड़ल्ले से जारी है खनिज-संपदा का दोहन

Advertisement

नागपुर : जिले में उन्नत किस्म के खनिज-संपदा भरपूर मात्रा में है, जिला प्रशासन और जिला खनन विभाग के नजरअंदाजगी और स्थानीय तहसीलदार की मिलीभगत से अवैध रूप से दिन-रात दोहन का क्रम जारी है. हिंगना तहसील हो या फिर कामठी तहसील में ऐसी घटना अग्रणी व शबाब पर है.

सत्ताधारी पक्ष का आशीर्वाद होने से खाकीधारी कार्रवाई की बजाय समझौता करने में अपनी भलाई समझती है, प्रशासन की ऐसी करतूत के कारण वर्षों से सरकार का करोडों रूपए का राजस्व चोरी पर रोक लगाने व चोरी हुई राजस्व की वसूली चर्चा का विषय बनी हुई है.

Gold Rate
23 April 2025
Gold 24 KT 96,500 /-
Gold 22 KT 89,700 /-
Silver / Kg 96,800 /-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

जिलाधिकारी कार्यालय के अधिनस्त कामठी तहसील के मौजा कोराडी अन्तर्गत राज्य सरकार की सर्वे क्रमांक-५९, ६०, ६१ में खनिज-संपदा भरपूर मात्रा में है. पिछले १ वर्ष से इस क्षेत्र में सत्तापक्ष के मंत्रियों के करीबियों द्वारा अवैध उत्खनन चौबीसों घंटे जारी है. इस क्षेत्र से रोजाना मुरुम और मट्टी की खुदाई जारी है.

इसी परिसर में नागपुर से मध्यप्रदेश तक रेलवे की बड़ी लाइन बिछाने का काम शुरू है. इसके ठेकेदार राज्य के एक मंत्री के खासमखास ने ली है,”अज्जु’ के रिश्तेदार उक्त सरकारी संपदा का अवैध रूप से दोहन कर रेलवे ट्रैक बिछाने के कार्य में उपयोग कर रहे है.

उक्त ठेकेदार द्वारा सुरादेवी गाँव इर्द-गिर्द कैनल की मिटटी बिना अनुमति के उपयोग कर रहे है.

उक्त क्षेत्र के सरकारी खनिज-संपदा का अवैध उत्खनन दिन-रात जारी है, भारी वाहनों के आवाजाही से सड़के जर्जर हो गई, स्थानीय गांव वालों को ट्रकों के आवाजाही और अवैध उत्खनन से काफी दिक्कत हो रही है. जिला प्रशासन को उक्त घटनाक्रम की जानकारी होने के कारण सत्तापक्ष के मंत्री के करीबी द्वारा गैरकृत किये जाने से चुप्पी साधे बैठी है, वही स्थानीय तहसीलदार शिकायतों के आधार पर घटनास्थल पर सहल कर ऐसे उल्टे पाव लौट जाते है मानो सबकुछ व्यवस्थित चल रहा है.

उल्लेखनीय यह है कि उक्त घटनाक्रम की जानकारी पालकमंत्री को दी गई है, अब देखना यह है कि सरकारी संपत्ति की चोरी करने वाले अप्रत्यक्ष सहयोगियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करने हेतु जिला प्रशासन को निर्देश देते है.

– राजीव रंजन कुशवाहा

Advertisement
Advertisement