- कहा मुख्यमंत्री के भाषण में कोई समयबध्द आश्वासन ना होने से मराठाओं में असंतोष कायम
- दो ट्रेने बुक हैं मराठा मूक आंदोलन में आनेवालों के लिए
नागपुर: मराठा आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान के बाद भी मराठा लॉबी के शांत होने के संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस के विधायक नितेश राणे ने मुख्यमंत्री द्वारा मराठा आरक्षण को लेकर दिए गए जवाब से असंतुष्टी जाहिर की है। उन्होंन कहा कि मुख्यमंत्री के पूरे भाषण में कहीं भी ‘टाइम बाउंड’ अर्थात कालबध्द तैयारी नहीं दिखाई दी। इससे समझ में आता है कि सरकार भले ही कितने भी दावे कर ले लेकिन वह मराठाओं को आरक्षण नहीं दे सकती।
नितेश राणे ने कहा कि नोटबंदी के मामले में जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टाइम बाउंड 50 दिन का समय लोगों से मांगा है। लेकिन उनके ही पार्टी के मुख्यमंत्री मराठाओं के आरक्षण को लेकर समाज को कोई ठोस समय बध्द कार्यक्रम नहीं दे पाए हैं। समय बध्दता का वचन इसलिए भी मुख्यमंत्री देने से बच रहे हैं क्योंकि उन्हें कभी मराठाओं को आरक्षण का लाभ देना ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के भाषण में कहीं भी मराठाओं को आश्वासन मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। इसके विपरीत उनके भाषण से मराठाओं में नकारात्मक संदेश फैला दिया है। मुख्यमंत्री द्वारा सदन में मराठा आरक्षण विषय पर जवाब देने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि 14 दिसंबर को नागपुर में होनेवाला मराठा मूक मोर्चा ठंडा हो जाएगा। लेकिन नितेश राणे ने ऐसी बातों को आधारहीन मानते हुए इंकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि नागपुर में होनेवाले मराठा मूक मोर्चा में सरकार की अपेक्षा से भी अधिक मराठा आएंगे। विशेष दो ट्रेने इसके लिए पूरी तरह से बुक की गई है। इसके अलावा राज्य के विभिन्न इलाकों से मराठा समाज के लोग यहां पहुंचेंगे और अपनी मांग रखेंगे।